तमाम कागजात तैयार, पैक्स खुलने का इंतजार

धान की बिक्री करने वाले किसान निर्धारित मापदंड को पूरा करने के लिए तैयार हैं। लेकिन पैक्स अभी धान लेने को तैयार नहीं दिख रहे। इसका एकमात्र कारण धान क्रय के कार्य में लगने वाली नोडल एजेंसी की सुस्ती है। विभागीय स्तर पर धान क्रय के लिए अभी तक कोई आदेश नहीं मिलने की बात कहकर अधिकारी पल्ला झाड़ रहे हैं। ऐसे में किसानों को धान की उचित मूल्य दिलाने की सरकारी घोषणा धरातल पर उतरती नहीं दिख रही।

धान क्रय के लिए सरकारी तौर पर पांच दिसम्बर से धान क्रय की तिथि निर्धारित है। लेकिन यहां पैक्स अबतक धान नहीं खरीद रहे हैं। जिला सहकारिता कार्यालय भी धान की खरीद कबतक शुरु होगी, यह बता पाने में खुद को असमर्थ पा रहा है। ऐसे में सरकारी एजेंसियों के उदासीन होने के कारण व्यापारी सक्रिय हैं। आलम यह है कि ये व्यापारी औने-पौने दाम देकर किसानों के अरमान खरीदने में लग गये हैं। वर्षो से यह खेल चल रहा और आज तक इस स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं हो सका। तभी तो इस बार भी किसान इसे बेंचने को दर-दर भटक रहे हैं। किसानों की उपेक्षा का आलम यह है कि धान क्रय का कार्य किसी भी केन्द्र पर शुरु नहीं हो सका है। वर्तमान रबी अभियान के लिए किसानों को पैसों की दरकार है। ऐसे में औने-पौने दाम पर किसान धान की बिक्री कर रहे हैं। कृषि विभाग के सूत्र बताते हैं कि इस साल धान की पैदावार कम होने के बाद भी निर्धारित अवधि के अंदर धान क्रय का कार्य शुरू नहीं हो सका है। कर्ज लेकर किसानों ने रबी की खेती शुरु की। जब धान को बेचे जाने का समय आया तो धान क्रय की सारी व्यवस्था जवाब देने लगे हें। किसी भी क्रय केन्द्र पर धान की खरीद शुरु नहीं होने के कारण किसान प्रति क्विंटल तीन से चार सौ रुपये का घाटा सह कर धान बिचौलियों के हाथ बेंचने को विवश हो रहे हैं।

खोले जाने हैं 234 केन्द्र

आधिकारिक सूत्रों की मानें तो वर्तमान वित्तीय वर्ष में प्रत्येक पैक्स में एक धान क्रय केन्द्र खोला जाना है। इसके अलावा एफसीआई द्वारा भी प्रत्येक प्रखंड में एक केन्द्र खोला जाना है। इस प्रकार पूरे जिले में पैक्स द्वारा 234 क्रय केन्द तथा एसपएफसी द्वारा 14 क्रय केन्द्र खोले जाने हैं। बावजूद इसके अबतक जिले में एक भी क्रय केन्द्र सक्रिय नहीं दिख रहा है।

धान क्रय का दर निर्धारित

जिले में धान क्रय के लिए दर निर्धारित की जा चुकी है। विभागीय सूत्रों ने बताया कि इस साल ए ग्रेड धान की कीमत सरकार ने 1450 रुपये प्रति क्विंटल तथा साधारण धान की कीमत 1410 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। बावजूद इसके बाजार में धान 1200 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बिक रहा है।

धान बेचने को दिखाना होगा कागजात

इस साल किसानों को क्रय केन्द्र पर धान बेचने के लिए आवश्यक कागजात दिखाना होगा। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि किसान को मालगुजारी रसीद के अलावा सीओ द्वारा निर्गत भू-स्वामित्व पत्र में से कोई एक दस्तावेज दिखाना होगा। इसके बाद ही किसानों का धान क्रय किया जाएगा।

रसीद कटाकर किसान तैयार

धान की बिक्री के लिए निर्धारित तमाम कागजात किसान तैयार कर बैठे हैं। धान की बिक्री करने वाले लोग मालगुजारी रसीद के साथ की बैंक खाता का पासबुक व अन्य कागजात तैयार कराया है। कुछ किसानों ने तो इसके लिए भू-स्वामित्व प्रमाण पत्र भी तैयार करा लिया है।

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