योजना तो 33-32 लाख की लागत से दो स्टेडियम बनाने की थी। योजना के अनुरुप स्टेडियम का निर्माण कार्य का शिलान्यास भी कर दिया गया और आठ लाख की राशि भी आवंटित कर दी गयी। लेकिन अब राशि के अभाव में खिलाड़ियों का सपना टूटने लगा है। आठ लाख के बाद और राशि का आवंटन नहीं मिलने से पिछले काफी समय से स्टेडियम का निर्माण कार्य रुका पड़ा हुआ है। खिलाड़ी राशि मिलने की राह देख रहे हैं। लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई पहल होते नहीं देख उनमें निराशा भी फैलने लगी है। खिलाड़ी बताते हैं कि 2012 में तत्कालीन पर्यटन मंत्री रामप्रवेश राय के प्रयास से तत्कालीन कला एवं संस्कृति मंत्री रेनू देवी ने प्रखंड में दो स्टेडियम बनाने की पहल किया। 32-32 लाख की लागत से माधव हाई स्कूल के खेल मैदान तथा धर्मपरसा हाई स्कूल के खेल मैदान में स्टेडियम का निर्माण करने के लिए आठ-आठ लाख रुपया आवंटित कर दिया गया। राशि मिलने के बाद दोनों खेल मैदान में चारदीवारी बनाने का काम भी शुरू कर दिया गया। लेकिन अग्रिम राशि के बाद दुबारा राशि उपलब्ध नहीं कराया गया। जिससे अग्रिम राशि खत्म होने के साथ ही निर्माण कार्य भी ठप हो गया। खिलाड़ी बताते हैं कि राशि के अभाव में स्टेडियम का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हुआ है। इसके बाद भी राशि उपलब्ध करने को लेकर पहल नहीं की जा रही है। हालांकि खिलाड़ियों को यह उम्मीद है कि नये साल में शायद राशि का आवंटन हो जाए और स्टेडियम का उनका सपना पूरा हो जाए। लेकिन अभी तो अधूरे स्टेडियम को देखकर वे निराश ही हैं।