190 पासपोर्टों के साथ गिरफ्तारी का मामला
मथुरा में 190 पासपोर्ट के साथ गिरफ्तार हथुआ थाना क्षेत्र के मिर्जापुर का रहनेवाला विकास आनंद सिंह फर्जी प्रमाणपत्र बनाने में माहिर है. वह विदेश भेजने के लिए लोगों को मेडिकल सर्टिफिकेट, अनुभव प्रमाणपत्र, रोजगार कार्यालय का फर्जी पंजीकरण बनाता था.
उसने दुबई और ओमान भेजने के लिए फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर ही सात लोगों का वीजा लिया था. वह विदेश में पाइप लाइन और भवन निर्माण में काम करने के लिए मजदूर भेजता था. इधर, बुधवार को सुरक्षा एजेंसियों ने उसके नेटवर्क को खंगालने के लिए दिल्ली की ट्रैवल्स एजेंसियों पर छापेमारी की है. इस दौरान मथुरा पुलिस की टीम ने दिल्ली में ट्रैवल्स एजेंसी संचालक और उसके कर्मचारियों से पूछताछ की.
उनसे सीडी व कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज कब्जे में लिये गये हैं. पुलिस की टीम ने ट्रैवल्स एजेंसी संचालक से विकास और उसके धंधे के बारे में जानकारी ली. कबूतरबाजी के इस मामले की जांच दिल्ली पुलिस भी कर रही है. एसएसपी डाॅ राकेश कुमार सिंह ने दूरभाष पर प्रभात खबर को बताया कि विकास आनंद सिंह को हाइवे स्थित संस्कृति कॉलेज से बीबीए कर रहा था.
वह छाता में गोवर्धन रोड पर एक लॉज में रहता था और वहीं से जॉब पैकेज का ऑफर दे छात्रों एवं छात्राओं को विदेश भेजता था. रविवार को छाता पुलिस ने विकास को गिरफ्तार कर उसके कमरे से 190 पासपोर्ट बरामद किये थे. उसने पुलिस को बताया था कि वह पहले दिल्ली में न्यू फ्रेंड्स कॉलोली स्थित बिस्मिल्लाह ट्रेवल्स कंपनी में काम करता था, जो झारखंड के जावेद अख्तर की है. जावेद ने हिमांशु ट्रैवल्स के नाम से दूसरी एजेंसी खोली, तो उनका काम संभालने लगा. इसी दौरान उसके संबंध झारखंड के रवि कुमार और आसिफ हसन से हुए.
रवि भी दिल्ली में गोल्डन ट्रैवल्स कंपनी चलाता है. रवि कई लोगों के पासपोर्ट लेकर भाग निकला था. उसने विकास के खिलाफ दर्ज करायी गयी रिपोर्ट की भी जानकारी दी. जिस पर हर तरफ से जांच की जा रही है.