भोरे में शिक्षकों में वेतन नहीं मिलने से मायूसी छा गयी है। शिक्षकों को उम्मीद थी कि उन्हें छठ पर्व पर नये वेतनमान का भुगतान कर दिया जाएगा। लेकिन बार बार विभागीय निर्देश के बावजूद भी शिक्षकों को अब तक नये वेतनमान का लाभ नहीं मिल पाया। मालूम हो कि सरकार ने 1 जुलाई 2015 से नियोजित शिक्षकों के वेतनमान की घोषणा की थी। इसके साथ ही सरकार ने दशहरा और मुहर्रम के पूर्व शिक्षकों के वेतन का भुगतान हर हाल में सुनिश्चित करने का निर्देश जारी किया था। जिसके आलोक में विभागीय स्तर पर शिक्षकों की सेवा पुस्तिका संघारण व वेतन निर्धारण की प्रक्रिया तेज हो गयी थी। तब शिक्षकों को उम्मीद थी कि दशहरा तक नये वेतनमान का लाभ मिल जाएगा। लेकिन दशहरा और मुहर्रम की कौन कहें अब छठ पूजा पर भी शिक्षकों के खाते में नये वेतनमान की राशि नहीं पहुंच पायी। शिक्षा विभाग के जानकारों की मानें तो भोरे से करीब छह सौ शिक्षकों की सेवा पुस्तिका संधारण और वेतन निर्धारण की प्रक्रिया पूरी करने के बाद वेतन विवरणी व अनुपस्थिति विवरणी प्रखंड कार्यालय से करीब एक सप्ताह पूर्व जिला कार्यालय को उपलब्ध करा दी गयी थी। लेकिन इसके बावजूद भी अब तक भुगतान नहीं होने से शिक्षकों में रोष व्याप्त है।