छात्रों पर भारी शिक्षको की कमी

पहले इंटर कालेजों की कमी एक बड़ी समस्या थी। व्यवस्था में बदलाव हुआ और हाई स्कूलों को इंटर में उत्क्रमित कर दिया गया। लेकिन उत्क्रमित विद्यालयों में शिक्षकों का अभाव छात्रों के लिए समस्या बनता जा रहा है। तीन साल पूर्व तक छात्र मैट्रिक पास करने के बाद इंटर में शिक्षा के लिए दर-दर भटकने को विवश होते थे। व्यवस्था बदली और एक के बाद एक जिले के दर्जनों हाई स्कूलों को इंटर स्तर के विद्यालय में उत्क्रमित कर दिया गया। इन स्कूलों को उत्क्रमित करने के बाद इनमें से अधिकांश में नामंकन भी शुरू कर दिया गया। लेकिन शिक्षकों की कमी ने छात्र-छात्राओं की परेशानियों को और बढ़ा दिया है। हद तो यह कि उत्क्रमित किये गये इन विद्यालयों में इंटर की शिक्षा बगैर गुरुजी के ही चल रही है। बताया जाता है कि जिले के करीब सभी राजकीयकृत हाई स्कूलों को इंटर विद्यालय में उत्क्रमित किया गया है। इन स्कूलों में वर्तमान वर्ष में छात्र-छात्राओं का इंटर में नामांकन किया गया है। लेकिन हरेक उत्क्रमित इंटर कालेजों में शिक्षा व्यवस्था संसाधन के अभाव मे सुचारू तरीके से चल नहीं हो पा रही है।

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