आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार कार्य अंतिम दौर में पहुंच गया है। चुनाव मैदान में डटे प्रत्याशी घर-घर जाकर मतदाताओं से जनसंपर्क को तरजीह दे रहे हैं।
एक नवम्बर को होने वाले चुनाव के लिए 30 अक्टूबर की शाम पांच बजे चुनाव प्रचार समाप्त हो जाएगा। ऐसे में चुनाव मैदान में डटे तमाम प्रत्याशियों ने प्रचार अभियान में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। पूरे जिले में सैकड़ों की संख्या में वाहन प्रचार कार्य में लगे हैं। अलावा इसके प्रचार के नये तरीकों पर भी प्रत्याशियों का जोर है। कहीं प्रत्याशी लोगों के काफिले के साथ लोगों से संपर्क साधने व मत देने की अपील में लगे हैं तो कहीं प्रत्याशी व्यक्तिगत संपर्क को भी तरजीह दे रहे हैं। हर इलाके में माइक की शोर के बीच चुनावी सभाओं के आयोजन के बारे में भी लोगों को बताने का कार्य भी चल रहा है। भोजपुरी फिल्मों के अलावा छठ गीत व अन्य गीतों के बोल पर तैयार किये गये आडियो के माध्यम से भी मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की कवायद के बीच प्रचार अभियान पूरी तरह से शबाब पर है। बावजूद इसके कई इलाकों में मतदाता अपनी जुबान खोल नहीं रहे हैं। ऐसे में प्रत्याशियों की बेचैनी भी दिनोंदिन बढ़ती जा रही है।