उचकागांव थाना क्षेत्र के तिरमुहानी पुल पर बीते शनिवार की रात पुलिस बल पर हमला करने के मामले में 27 नामजद सहित 127 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। महिलाओं से छेड़खानी करने की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस पर उग्र ग्रामीणों के हमले में आधा दर्जन से अधिक पुलिस कर्मी घायल हो गए थे। उचकागांव थाना के एएसआई सुरेश ¨सह के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी अभियान चला रही है।
कार्तिक पूर्णिमा के दिन बीते शनिवार की शाम कुछ युवक तिरमुहानी पुल से गुजर रही महिलाओं पर फब्तियां कस कर छेड़खानी कर रहे थे। जिसकी सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया तो छेड़खानी करने वाले लड़के वहां से भाग गए। लेकिन इसके कुछ देर बाद ही सैकड़ों की संख्या ग्रामीण लाठी,डंडा, फरसा के साथ तीरमुहानी पुल पर पहुंच गए तथा पुलिस बल पर हमला बोल दिया। इस दौरान पुलिस के जवानों को जमकर पीटने के साथ ही उनकी वर्दी फाड़ दी गई तथा हथियार भी छीनने का प्रयास किया गया। इस हमले में एएसआई सुरेश सिंह, महावीर प्रसाद, होमगार्ड के जवान सच्चीदानंद पाण्डेय सहित आधा दर्जन से अधिक पुलिस कर्मी घायल हो गए थे। बताया जाता है कि होमगार्ड के जवान का रायफल तथा पुलिस पदाधिकारी की पिस्तौल छीन कर उन्हें बंधक भी बना लिया गया था। इस बीच सूचना मिलने पर भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे एसडीपीओ इम्तेयाज अहमद को भी उग्र ग्रामीणों के रुख की वजह से वहां से भागना पड़ा था। हालांकि बाद में कुछ सामाजिक कार्यकर्ता तथा पुलिस के प्रयास से छीने गए हथियार लौटा दिए गए थे। इस मामले में एएसआई सुरेश सिंह के आवेदन पर मुर्गा मीट व्यवसायी अनवर मियां, खुर्शेद मियां, आरफाद मियां, अकलू मियां, शारूख मियां सहित 27 नामजद तथा सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी अभियान चला रही है।
साल में दूसरी बार हुआ पुलिस पर हमला
उचकागांव थाना क्षेत्र के तिरमुहानी पुल पर इस साल पुलिस पर दो बार हमला हो चुका है। शनिवार की रात पुलिस पर हुए हमला से पूर्व तत्कालीन थानाध्यक्ष अनील कुमार तथा उनके साथ गश्ती पर निकले पुलिस पर घेर कर हमला कर जख्मी कर दिया गया था। घटना तब हुई थी जब थानाध्यक्ष पुलिस के साथ बाइक लूटकांड के एक संदिग्ध के घर बरगछिया गांव में छापेमारी करने जा रहे थे।