थावे प्रखंड के पैठानपट्टी पश्चिमी टोला वार्ड एक फिर अंधेरे में डूब गया है। तीन दिन पूर्व इस गांव तक विद्युत तार टूट कर गिर गया। महज पांच सौ मीटर की दूरी पर स्थित पावर सब स्टेशन के कर्मियों को ग्रामीणों ने तार टूटने की जानकारी दी। लेकिन इसके बाद भी तार नहीं जोड़ा गया। जिसके कारण पिछले तीन दिन से बिजली गुल होने से आक्रोशित इस गांव के ग्रामीण सोमवार को सड़क पर उतर आए। आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क जाम कर विद्युत विभाग के खिलाफ जमकर करते हुए ग्रामीणों ने जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों ने बताया कि तीन दिन से 440 वोल्ट का तार टूटकर सड़क पर गिरा हुआ है। कई बार सूचना देने के बाद भी लगभग पांच सौ मीटर की दूरी पर स्थित पावर सब स्टेशन से कोई भी मिस्त्री आज तक टूटे तार को देखने तक भी नही आया। उन्होंने बताया कि घर से कुछ ही ऊंचाई से होते एक ही खंभे से ग्यारह हजार तथा चार सौ चालीस वोल्ट का तार गुजरा हुआ है। ग्रामीणों का कहना था कि 2010 में जब इस टोले में बिजली आई तो काफी खुशी हुई कि अब इस टोले में भी दूधिया रोशनी बिखरेगी । लेकिन विभाग के उदासीनता के कारण ग्रामीण अब त्रस्त हो गए हैं। दो दिन पूर्व ही महावीरी अखाड़ा के दौरान इन नंगे तार के संपर्क में आने से सोनू कुमार नामक युवक गंभीर रूप से झुलस हो गया था। जिसका इलाज गोरखपुर में हुआ। ग्रामीणों ने कहा कि अगर टूटे तार को ठीक कर बिजली बहाल नहीं ही जाती तथा लटक रहे तार को बदला नहीं जाता है तो वे लोग जिला मुख्यालय पर धरना देने के लिए बाध्य हो जाएंगे। विद्युत विभाग के जेई मनीष कुमार ने कहा कि पैठानपट्टी पश्चिमी टोला में बिजली की सप्लाई पावर सब स्टेशन जगमलवा से ही जाती है । यह क्षेत्र मांझा जेई के अंतर्गत आता है। प्रदर्शन करने वालों में मोतीलाल यादव,श्रीराम यादव, भीखम यादव, फुलबदन यादव, बचिया देवी, जानकी देवी, आशा देवी, इंदु देवी, ओमप्रकाश यादव, बाबूराम यादव सहित काफी संख्या में ग्रामीण शामिल रहे।