भारी बाढ़ के कारण गोपालगंज में बाँध टूटने के करीब पहुँच चूका
है .
इस स्थिति को देखते हुए सभी ग्रामीणों में भय का माहौल
बना हुआ है, इस भीषण तबाही के बाद हजारो लोग बेघर हो
गए हैं। जिनके रहने-खाने की जगह शिविरो में तय की गई है।
असुविधा और बदहाली में कट रही जिंदगी के
बीच उन्हें उनका जिलाधिकारी ,एसपी व विधायक ऐसा
मिला है जिसपर लोग गर्व महसूस कर सकते हैं । बाँध को टूटते देख
डीम राहुल कुमार अपने आप को रोक न सके और एसपी
रविरंजन कुमार के साथ मिलकर बालू से भरी बोरियो को उठाने में जुट गये .
इस मामले में बैकुंठपुर विधायक मिथिलेश तिवारी व पूर्व जदयू विधायक
मंजीत सिंह भी पीछे नही रहे है .
उन्होंने भी ग्रामीणों के साथ कंधे से कन्धा मिलाकर श्रमदान किया
. कहते है की बिभिषिका में कोई छोटा व बड़ा नही होता . इसलिए
इस विपरीत परिस्थिति में इस तरह की एकजुटता मिशाल कायम
कर रही है .
आपको बता दे की जिले के बरौली के सिकटिया और
परसौनी का जमीदारी बाँध गंडक के दबाव के कारण
मंगलवार की रात को टूट गया .इस बांध के टूटते ही सारण मुख्य
बाँध पर गंडक का दबाव बढ़ गया है . कटाव को रोकने के लिए जल संसाधन के
टीम रात से ही जुट गयी थी . पर सुचना
मिलते ही डीएम ,एसपी , विधायक समेत
सभी वरीय पदाधिकारी बाँध पर पहुँच कर बचाव काम
में जुट गये . उन्होंने ग्रामीणों के साथ मिलकर बोरियो को उठाने में कोई गुरेज
नही किया बल्कि सभी के साथ मिलकर बचाव कार्य में जुट गये .
स्थानीय लोग डीएम व एसपी के इस पहल को देख
पुरे जोश के साथ इस मुहीम में उनका साथ निभाने में जुट गये . कहते है
की यदि कप्तान खुद आगे आकर जोखिम में अपनी
भागीदारी सुनिश्चित करना शुरू कर देता है तो देखते
ही देखते एक लम्बा कारवां बन जाता है और समस्या का निदान
चुटकी में हो जाता है . इसकी सम्पूर्ण झलक आज इस जिले
में देखने को मिली
है .
इस स्थिति को देखते हुए सभी ग्रामीणों में भय का माहौल
बना हुआ है, इस भीषण तबाही के बाद हजारो लोग बेघर हो
गए हैं। जिनके रहने-खाने की जगह शिविरो में तय की गई है।
असुविधा और बदहाली में कट रही जिंदगी के
बीच उन्हें उनका जिलाधिकारी ,एसपी व विधायक ऐसा
मिला है जिसपर लोग गर्व महसूस कर सकते हैं । बाँध को टूटते देख
डीम राहुल कुमार अपने आप को रोक न सके और एसपी
रविरंजन कुमार के साथ मिलकर बालू से भरी बोरियो को उठाने में जुट गये .
इस मामले में बैकुंठपुर विधायक मिथिलेश तिवारी व पूर्व जदयू विधायक
मंजीत सिंह भी पीछे नही रहे है .
उन्होंने भी ग्रामीणों के साथ कंधे से कन्धा मिलाकर श्रमदान किया
. कहते है की बिभिषिका में कोई छोटा व बड़ा नही होता . इसलिए
इस विपरीत परिस्थिति में इस तरह की एकजुटता मिशाल कायम
कर रही है .
आपको बता दे की जिले के बरौली के सिकटिया और
परसौनी का जमीदारी बाँध गंडक के दबाव के कारण
मंगलवार की रात को टूट गया .इस बांध के टूटते ही सारण मुख्य
बाँध पर गंडक का दबाव बढ़ गया है . कटाव को रोकने के लिए जल संसाधन के
टीम रात से ही जुट गयी थी . पर सुचना
मिलते ही डीएम ,एसपी , विधायक समेत
सभी वरीय पदाधिकारी बाँध पर पहुँच कर बचाव काम
में जुट गये . उन्होंने ग्रामीणों के साथ मिलकर बोरियो को उठाने में कोई गुरेज
नही किया बल्कि सभी के साथ मिलकर बचाव कार्य में जुट गये .
स्थानीय लोग डीएम व एसपी के इस पहल को देख
पुरे जोश के साथ इस मुहीम में उनका साथ निभाने में जुट गये . कहते है
की यदि कप्तान खुद आगे आकर जोखिम में अपनी
भागीदारी सुनिश्चित करना शुरू कर देता है तो देखते
ही देखते एक लम्बा कारवां बन जाता है और समस्या का निदान
चुटकी में हो जाता है . इसकी सम्पूर्ण झलक आज इस जिले
में देखने को मिली