अब रक्तदान करने के लिए युवतियां भी आगे आने लगी हैं। गुरुवार की शाम सदर अस्पताल में भर्ती दो मरीजों की तबीयत काफी बिगड़ गई थी। इन दोनों मरीजों को रक्त की तत्काल आवश्यकता थी। परिजन ब्लड के लिए इधर उधर भटक रहे थे। इसी बीच युवाओं के संगठन डीबीडीटी को इस बात की जानकारी हुई। जानकारी होने के बाद इस संगठन से जुड़ी दो युवतियां सदर अस्पताल पहुंच गईं तथा रक्तदान कर दोनों मरीजों को अपना रक्त दिया। रक्त चढ़ने के बाद दोनों मरीज अब खतरे से बाहर हैं। युवतियों के रक्तदान करने के लिए आगे जाने से इन दोनों मरीजों के जीवन पर आया खतरा टल गया।
डीबीडीटी टीम के सदस्य अनवर हुसैन तथा परवेज आलम ने बताया कि गुरुवार की शाम को सदर अस्पताल में भर्ती नगर थाना क्षेत्र के कोन्हवां डुमरिया गांव निवासी मोहम्मद हबीब की पत्नी मतलूबन खातून को रक्त की सख्त जररूत थी। इस बात की जानकारी होने पर चांदनी खातून ने रक्तदान कर अपना खून मजलूबन खातून को दिया। इसी तरफ सदर अस्पताल में भर्ती कुचायकोट थाना क्षेत्र के तिवारी मटीहानिया गांव निवासी धीरज पाण्डेय की पत्नी सोनी देवी की तबीयत भी गुरुवार की शाम काफी बिगड़ गई। चिकित्सक ने इन्हें तत्काल रक्त चढ़ाने के लिए कहा। परिजन ब्लड की तलाश में भटकने लगे। इसी बीच डीबीडीटी के सदस्यों को इसकी जानकारी हुई। जानकारी मिलने के बाद इस टीम की सदस्य अर्चना देवी ने रक्तदान कर सोनी देवी को अपना खून दिया। रक्त चढ़ने के बाद अब सोनी देवी खतरे से बाहर हैं। युवतियों की इस पहल की लोगों ने जमकर सराहना किया।