Sun, 11Dec 2016
आखिरकार दो साल के प्रेम प्रसंग के बाद प्रेमी युगल एक दूजे के हो गए। लड़की पक्ष के लोगों के राजी होने के बाद शनिवार को ग्रामीणों ने पहल कर युवक-युवती की शादी करा दी। बताया जाता है कि थाना क्षेत्र के मिर्जापुर गांव निवासी कृष्णा राम तथा इसी थाना क्षेत्र के बतरदेह गांव निवासी स्नेहा के बीच पिछले दो साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों ने एक दूसरे के साथ जीवन मरने की कसमें खाई, लेकिन जाति अलग होने के कारण युवती तथा युवक के परिजन दोनों की शादी कराने को तैयार नहीं थे। हालांकि बाद में लड़की पक्ष के लोग शादी कराने के लिए तैयार हो गए। लेकिन लड़का पक्ष के लोग दोनों की शादी कराने से इन्कार कर दिया। बताया जाता है कि लड़की पक्ष के तैयार होने के बाद बतरदेह गांव के ग्रामीणों ने युवक तथा युवती की शादी कराने की पहल शुरू की और शनिवार को बतरदेह गांव में ग्रामीणों ने स्नेहा तथा कृष्णा राम की शादी करा दी। हालांकि इस शादी में लड़के पक्ष के लोग शामिल नहीं हुई। इस बीच ग्रामीणों के पहल पर हुई इस शादी को लेकर पूरे क्षेत्र में चर्चा का बाजार गरम हो गया है।
आखिरकार दो साल के प्रेम प्रसंग के बाद प्रेमी युगल एक दूजे के हो गए। लड़की पक्ष के लोगों के राजी होने के बाद शनिवार को ग्रामीणों ने पहल कर युवक-युवती की शादी करा दी। बताया जाता है कि थाना क्षेत्र के मिर्जापुर गांव निवासी कृष्णा राम तथा इसी थाना क्षेत्र के बतरदेह गांव निवासी स्नेहा के बीच पिछले दो साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों ने एक दूसरे के साथ जीवन मरने की कसमें खाई, लेकिन जाति अलग होने के कारण युवती तथा युवक के परिजन दोनों की शादी कराने को तैयार नहीं थे। हालांकि बाद में लड़की पक्ष के लोग शादी कराने के लिए तैयार हो गए। लेकिन लड़का पक्ष के लोग दोनों की शादी कराने से इन्कार कर दिया। बताया जाता है कि लड़की पक्ष के तैयार होने के बाद बतरदेह गांव के ग्रामीणों ने युवक तथा युवती की शादी कराने की पहल शुरू की और शनिवार को बतरदेह गांव में ग्रामीणों ने स्नेहा तथा कृष्णा राम की शादी करा दी। हालांकि इस शादी में लड़के पक्ष के लोग शामिल नहीं हुई। इस बीच ग्रामीणों के पहल पर हुई इस शादी को लेकर पूरे क्षेत्र में चर्चा का बाजार गरम हो गया है।