Sun, 18Sep 2016
जिले की पुलिस के लिए जिलाधिकारी के आदेश का भी कोई मायने नहीं है। तभी तो डीएम का फर्जी हस्ताक्षर करने वाले आरोपी प्राथमिकी अभियुक्त होने के बावजूद कार्यालय में खुलेआम घूम रहा है। इसके बाद भी पुलिस उसे पकड़ने में असफल साबित हो रही है। ऐसा तब है जबकि आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए डीएम राहुल कुमार ने 15 अगस्त को निर्देश जारी कर पुलिस अधीक्षक को लिखा था। लेकिन एक माह बीतने के बावजूद पुलिस उसे पकड़ने में असफल रही है। बतातें चलें कि कुचायकोट प्रखंड के सल्लेपुर निवासी एक व्यक्ति ने डीएम का फर्जी हस्ताक्षर कर जिला मत्स्य पदाधिकारी को पत्र निर्गत किया था। इस मामले की जानकारी होने पर 16 जुलाई को डीएम ने अपने पत्रांक के माध्यम से प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया था। जिसके बाद पुलिस ने प्राथमिकी तो दर्ज कर ली लेकिन कार्रवाई से बचती रही है। इस संबंध में जिला मत्स्य पदाधिकारी सूर्य प्रकाश राम ने बताया कि आरोपी कार्यालयों में आकर पत्राचार कर रहा है। इतना ही नहीं बंदोबस्ती डाक में व्यवधान उत्पन्न किया जा रहा है। लेकिन पुलिस को चुनौती देने वाले इस आरोपी को पुलिस पकड़ने में अब तक असफल रही है।