Sun, 15 May 2016
सिवान के हिंदी दैनिक हिन्दुस्तान के कार्यालय प्रभारी राजदेव रंजन की गोली मारकर हत्या करने के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने शहर में जुलूस निकाल कर मौनिया चौक पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला फूंक कर अपना रोष प्रकट किया। इस दौरान सूबे की सरकार पर अपराधियों को खुली छूट देने का आरोप भी लगाया गया।
शनिवार को सूबे में अपराध बढ़ने का आरोप लगाते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए। कार्यकर्ता शहर के विभिन्न चौक चौराहों से विरोध मार्च निकालते हुए मौनिया चौक पर पहुंच गए और मुख्यमंत्री का पुतला फूंक कर अपना रोष प्रकट किया। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि सिवान में हिंदी दैनिक हिन्दुस्तान के कार्यालय प्रभारी को सरेआम अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दिया। इस घटना से पूर्व गया में आदित्य की जदयू एमएलसी मनोरमा देवी के पुत्र ने हत्या कर दी। उन्होंने कहा कि आए दिन सूबे में हत्याएं और लूटपाट हो रही है। सूबे की सरकार ने अपराधियों को खुली छूट दे दी है। आपराधिक घटनाएं इस कदर बढ़ गई है कि लोग भय के माहौल में जी रहे हैं। महागठबंधन की सरकार ने शासन करने का अपना अधिकार खो दिया है। इस अवसर पर सन्नी सिंह, मनीष सिंह, पियूष कुमार, राजकमल कुमार, चंदन कुमार, रौनक सिंह, अमित कुमार, मोहित कुमार, बिट्टू कुमार सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
पत्रकारों ने काली पट्टी बांध जताया रोष: सिवान में हिंदी दैनिक हिन्दुस्तान के कार्यालय प्रभारी राजदेव रंजन की गोली मार कर हत्या करने के विरोध में शनिवार को जिले के पत्रकारों ने काली पट्टी बांध कर काम किया। इससे पूर्व पत्रकारों ने जिला मुख्यालय से लेकर प्रखंड मुख्यालय में शोकसभा आयोजित कर मृत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा। इस मौके पर वक्ताओं ने पत्रकार राजदेव रंजन के हत्यारों को अविलंब गिरफ्तार करने की मांग किया। शोकसभा में काफी संख्या में पत्रकार शामिल रहे। इनसेट
बिहार में जंगल राज दो का आगाज: पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या के खिलाफ हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा ने भी सूबे की सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शनिवार को हम के प्रदेश महासचिव पंकज सिंह राणा की अध्यक्षता में कार्यकर्ताओं की बैठक हुई। बैठक को संबोधित करते हुए श्री राणा ने कहा कि सिवान में पत्रकार राजदेव रंजन की सरेआम गोली मार कर हत्या कर देना बिहार में गिरती कानून व्यवस्था का प्रत्यक्ष उदाहरण है। बिहार में जंगल राज दो का आगाज हो गया है। उन्होने कहा कि कानून व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सारे दावे डपोरशंखी साबित हो रहे हैं। पत्रकार लोकतंत्र के चौथे स्तंभ हैं। जब पत्रकार ही सुरक्षित नहीं हैं तो आमजन को कौन पूछे। उन्होंने कहा कि राज्य में सत्ता प्रायोजित अपराध चरम पर है। लोग दहशत में जी रहे हैं। बैठक में दो मिनट का मौन रख कर पत्रकार राजदेव रंजन को श्रद्धांजलि भी अर्पित की गई। बैठक में भपेंद्र सिंह, आदित्य कुमार सिंह, मुन्नी श्रीवास्तव, शंभूनाथ पाण्डेय, विपिन तिवारी, राजेंद्र मांझी, उमेश तिवारी, दिलचंद्र राम, अनंत प्रसाद, ब्रजेश प्रसाद गुप्ता, मोहम्मद अमानत अली, मोहम्मद मुन्ना सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
रालोसपा ने कहा लोकतंत्र की हत्या: पत्रकार राजदेव रंजन की गोली मार हत्या को राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने लोकतंत्र की हत्या बताया है। शनिवार को भोरे में प्रखंड मुख्यालय स्थित रालोसपा कार्यालय में प्रखंड अध्यक्ष गणेश सिंह की अध्यक्षता में हुई कार्यकर्ताओं की बैठक में पत्रकार की हत्या पर गहरा दुख जाता गया। बैठक को संबोधित करते हुए रालोसपा के युवा प्रदेश महासचिव अरविंद कुशवाहा ने कहा कि जिस तरह पूरे प्रदेश में हत्याएं, बलात्कार व लूट की घटनाएं हो रही है, वह जंगल राज की याद दिला रही है। बिहार की जनता इस स्थिति को देखकर सहमी हुई है। बैठक में इंद्रदेव सिंह, राजू कुमार सिंह, संत राज सिंह, केदार वर्मा, केवल बैठा, रविंद्र सिंह, चुम्मन सिंह, बबुना सिंह कुशवाहा, प्रकाश सिंह सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।