Fri, 15 Apr 2016
जिले में गहराते जल संकट की तरफ बरौली के पिपरा गांव में स्थित सूखे चुके तालाब की तस्वीर ही इशारा करने के लिए काफी है। गर्मी बढ़ने के साथ ही जिले के अधिकांश तालाब और कुएं सूख चुके हैं। भू गर्भ जल का स्तर पांच से छह फीट तक गिर गया है। जिससे गांव गांव में लगाए गए चापाकल भी जवाब देने लगे हैं। शहर से लेकर गांव तक पानी समस्या बनती जा रही है। इस बीच गर्मी के साथ ही बढ़ रही बिजली की कटौती कोढ़ में खाज साबित हो रही है। पानी पर बिजली की सबसे अधिक मार जिले के कस्बाई इलाकों पर पड़ी है। बिजली नहीं रहने से कस्बाई इलाकों में घर घर में पानी का संकट खड़ा होने लगा है। बिजली नहीं रहने से घर घर में लगाए गए मोटर पंप से पानी निकलना बंद हो गया है। ऐसे में कस्बाई इलाके के लोग आसपास में जिन घरों में चापाकल से अभी पानी निकला रहा है वहां से पानी ढोकर अपने घरों में लाने को विवश हो गए हैं।
आधी रात में आती है बिजली
गर्मी बढ़ने के साथ गहराते जल संकट के बीच अब कस्बाई इलाकों से लेकर ग्रामीण इलाकों में बिजली बेगानी होती गयी है। हालांकि बिजली कटौती का असर जिला मुख्यालय में भी पड़ रहा है। लेकिन जिले के कस्बाई इलाके के लोगों के लिए तो बिजली का दिन में दर्शन दुर्लभ होते जा रहा है। तेज हवा के कारण तार टूटने से आग लगने को देखते हुए अब कस्बाई तथा ग्रामीण इलाकों में दिन में बिजली की सप्लाई बंद कर दी गयी है। इन इलाकों में अब आधी रात में ही बिजली की सप्लाई दी जा रही है। जिससे घरों में लगे पंप नहीं चल पाने के कारण घर घर में जल संकट गहराता जा रहा है।
कहां कितने घंटे मिल रही बिजली
प्रखंड बिजली सप्लाई
थावे तीन से चार घंटे
मांझा चार घंटे
कुचायकोट चार से पांच घंटे
बरौली तीन से चार घंटे
उचकागांव तीन से चार घंटे
भोरे करीब चार घंटे
कटेया तीन से चार घंटे
पंचदेवरी तीन से चार घंटे
सिधवलिया चार घंटे
हथुआ चार से पांच घंटे
फुलवरिया तीन से चार घंटे
बैकुंठपुर तीन से चार घंटे
विजयीपुर तीन से चार घंटे
कहते हैं ग्रामीण
थावे बाजार निवासी विवेक प्रसाद कहते हैं कि रात में कब बिजली आती है पता ही नहीं चलता। चापाकल से पानी निकलना कम हो गया है। बिजली के बिना घर में लगाया गया पंप भी बेकार हो गया है। बरौली बाजार निवासी अरविंद सिंह कहते हैं कि बिजली की कटौती से पंप नहीं चल पा रहा है। जिससे पेयजल का संकट खड़ा हो गया है। मांझा बाजार निवासी सुरेश प्रसाद कहते हैं कि एक तो दिन में बिजली नहीं रहती, ऊपर से लो वोल्टेज समस्या बन गयी है। बिजली रहने पर भी घर में लगा पंप नहीं चल पाता है। कटेया बाजार निवासी विकास चौबे भी बिजली की मार के कारण पानी का संकट झेल रहे हैं। वे कहते हैं कि पंप चल नहीं पा रहा है। घर में पानी शुद्ध करने के लिए लगाया गया आरओ बेकार हो गया है। चापाकल का पानी पीना पड़ रहा है।