Sun, 17 Apr 2016
थावे महोत्सव में मोतिहारी से पहुंची नीतू कुमारी नूतन की गीतों ने लोगों को झूमने पर विवश कर दिया। जैसे-जैसे रात बढ़ती गयी गीतों के बोल बदलते गये। पहले भक्ति गीतों के बाद चैता व अन्य गीतों की प्रस्तुति की दर्शकों ने सराहना की।
नृत्य कार्यक्रमों की प्रस्तुति के बाद भोजपुरी कलाकार नीतू कुमारी नूतन ने पचरा के साथ भोजपुरी गीतों की शुरुआत की। या देवी सर्वभूतेषू.. से उनके कार्यक्रम का आगाज हुआ। पचरा के बाद उन्होंने 'कवन फुलवा फुलेला लहर मइया..' को प्रस्तुत कर माहौल को पूरी तरह से भक्तिमय बना दिया। गीतों का कारवां आगे बढ़ने पर नूतन ने 'नदिया-नदिया सासू दहिया जमवनी..' को प्रस्तुत कर दर्शकों को झूमने को विवश कर दिया। गीतों के अगले दौर में उन्होंने चैता प्रस्तुत कर दर्शकों का दिल जीत लिया। चइत मासे जनमनी हो रामा, चइत मासे को रोचक अंदाज में प्रस्तुत किया। भोजपुरी गीतों के बाद पहले दिन के थावे महोत्सव का माहौल पूरी तरह से बदल गया। देर रात तक चले इस कार्यक्रम में दर्शक तालियां बजाते रहे।