Sat, 09 Apr 2016
व्यवहार न्यायालय परिसर में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। लोक अदालत के दौरान आपसी सुलह व समझौते के आधार पर 7847 वाद का निबटारा किया गया।
इसके पूर्व लोक अदालत का जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुनील दत्त मिश्र ने उद्घाटन किया। उद्घाटन के मौके पर उन्होंने उपस्थित लोगों से वाद का निबटारा आपसी समझौते के आधार पर करने का आह्वान किया। इस मौके पर एडीजे प्रथम के अलावा कई पदाधिकारी मौजूद थे। लोक अदालत में श्रम वाद दो, सिविल वाद 14, वन विभाग के दो तथा 7829 श्रम वाद का निबटारा किया गया। लोक अदालत में अधिक से अधिक वाद के निबटारे के लिए दो पीठ का गठन किया गया है। कुटुम्ब न्यायालय कक्ष में गठित किये गये पीठ संख्या एक में अवर न्यायाधीश प्रथम प्रभुनाथ प्रसाद के अलावा न्यायिक दंडाधिकारी देवप्रिय कुमार को तैनात किया गया था। इस पीठ में सुलहनीय पारिवारिक विवाद के अलावा श्रम वाद तथा मांझा, बरौली, सिधवलिया एवं बैकुंठपुर के राजस्व वाद का निबटारा किया गया। इसी प्रकार व्यवहार न्यायालय के सभागार में गठित पीठ संख्या दो में अवर न्यायाधीश पंचम परमानन्द मौर्य एवं अवर न्यायाधीश चतुर्थ विजय कृष्ण को तैनात किया गया था। जहां सभी न्यायालयों में लंबित दीवानी वाद के अलावा पूर्व वाद एवं गोपालगंज, थावे, हथुआ, कुचायकोट, फुलवरिया, कटेया, भोरे, विजयीपुर तथा पंचदेवरी अंचल के राजस्व वाद का निबटारा किया गया। इस मौके पर भारी संख्या में पक्षकार व उनके अधिवक्ता मौजूद थे।