अब जिले के लोगों के लिए बेतिया की राह आसान हो जाएगी। रविवार को गंडक नदी पर बने जादोपुर-मंगलपुर पुल के उद्घाटन के बाद इसे आम लोगों के लिए खोल दिया गया। इसके साथ ही यह पुल आम लोगों को लंबी दूरी की यात्रा की झंझट से मुक्ति दिलाने में सफल होगा।
करीब दो दशक से गंडक नदी पर चंपारण तक की यात्रा करने के लिए पुल की जरुरत महसूस की जा रही थी। लोगों की लगातार मांग के बाद वर्ष 2008 में इस पुल को बनाये जाने की घोषणा की गयी थी। घोषणा के तत्काल बाद सीएम ने जनवरी 2009 में इसका शिलान्यास किया। लंबी अवधि के बाद इस पुल का निर्माण कार्य पूर्ण किया गया। पुल के निर्माण में कई बार समस्याएं भी आयी। खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्ष 2013 में पुल निर्माण कार्य का जायजा लिया तथा पुल का निर्माण कार्य तेजी से करने का निर्देश जारी किया। रविवार को इस पुल के उद्घाटन के साथ ही आम लोगों की लंबे समय से चली आ रही गंडक पर पुल बनाए जाने की मांग पूरी हो गयी। आम लोगों के लिए सिर्फ बेतिया ही नहीं, नेपाल तक की राह भी आसान हो गयी। पुल के बन जाने से गोपालगंज से बेतिया की दूरी मात्र 42 किलोमीटर रह जाएगी। पूर्व में लोगों को बेतिया जाने के लिए 110 किलोमीटर की यात्रा करनी होती थी। इसी प्रकार नेपाल की दूरी में भी साठ किलोमीटर की कमी आएगी।
लोगों के चेहरे पर दिखी खुशी
उद्घाटन कार्यक्रम की समाप्ति के बाद इस पुल को आम लोगों के लिए खोले जाने पर दियारा में रहने वाले हरेक व्यक्ति के चेहरे पर खुशी दिखी। उद्घाटन समारोह में पहुंचे सांसद संजय जायसवाल ने अपने संबोधन में कहा कि गोपालगंज के लोगों का बेतिया के लोगों से रिश्तेदारी का संबंध रहा है। आम लोगों को बेतिया की दूरी अधिक होने की बात लंबे समय से खटक रही थी। सीएम ने पहले पुल का शिलान्यास और अब उद्घाटन कर आम लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा किया है।