गांव-गांव को रोशन करने के लिए चला रहा विद्युतीकरण कार्य अब ग्रामीणों के लिए समस्या बनती जा रही है। विद्युतीकरण के कार्य में लगी कंपनी के कर्मचारियों पर अब कनेक्शन देने के नाम पर वसूली करने का आरोप लगने लगा है। जिससे ग्रामीणों में रोष बढ़ता जा रहा है। ताजा मामला प्रखंड मुख्यालय का ही है। प्रखंड मुख्यालय में सिधवलिया-बलडिहां पथ के किनारे स्थित मोहल्ले के निवासी सेवानिवृत शिक्षक विक्रमा यादव के घर के समीप ट्रांसफार्मर लगाया गया। लेकिन लोगों के घरों में बिजली का कनेक्शन नहीं जोड़ा गया। ग्रामीण बताते हैं कि टेक्नो कंपनी ने विक्रमा यादव के घर के पास दो सप्ताह पूर्व नया ट्रांसफार्मर लगाया। लेकिन अब कनेक्शन से जोड़ने के लिए एक हजार रुपया मांगा जा रहा है। रुपया नहीं देने पर कनेक्शन नहीं जोड़ा जा रहा है। ग्रामीण कहते हैं कि ट्रांसफार्मर लगने के बाद भी वे अभी लालटेन युग में ही जी रहे हैं। जिससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त होने लगा है। विक्रमा यादव, लालमोहन बांसफोर, शिवधारी यादव, राजेंद्र साह, जगरनाथ यादव, संदीप चौरसिया, भागरिश राम आदि का कहना था कि अगर अवैध वसूली पर रोक नहीं लगी और कनेक्शन से नहीं जोड़ा गया तो ग्रामीण आंदोलन करने के लिए बाध्य हो जाएंगे। कुछ ऐसी ही समस्या से प्रखंड मुख्यालय सिधवलिया के सटे दक्षिण मोहल्ले के लोग जूझ रहे हैं। यहां दो सप्ताह पूर्व ट्रांसफार्मर लगाया गया। लेकिन ग्रामीण जगन्नाथ यादव के घर के दक्षिण काशी साह के टोले में दो पोल के अभाव में दस बीपीएल धारियों के घरों में कनेक्शन नहीं दिया गया। ग्रामीण चीतलाल साह, विश्वनाथ साह, कृष्ण साह, अशेष साह आदि कहते हैं कि विद्युतीकरण के नाम पर ग्रामीणों के साथ मजाक किया जा रहा है। अगर पोल लगाकर कनेक्शन नहीं दिया गया तो ग्रामीण सड़क जाम करने के लिए बाध्य हो जाएंगे।