इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे छात्र शाहिद अली का पटना में फिरौती के लिए अपहरण कर लिए जाने की जानकारी मिलने के बाद उसके पैतृक गांव बरौली थाना क्षेत्र के केरवनिया गांव के ग्रामीण सकते में आ गए हैं। बुधवार को पूरे दिन ग्रामीणों के बीच छात्र के अपहरण को लेकर ही चर्चाएं होती रहीं। छात्र के अपहरण कर लिए जाने की जानकारी मिलने के बाद उसके मामा इस थाना क्षेत्र के कौवा टोला निवासी वजीर हसन सहित अन्य रिश्तेदार गांव में रह रही छात्र की दादी नहमुल नेशा को ढांढस देने वहां पहुंचे गए हैं। इस बीच छात्र की दादी ने नमाज पढ़ कर अपने पोते की सलामती के लिए दुआ मांगी। केरवनिया के ग्रामीणों ने बताया कि छात्र शाहिद अली के पिता नईम हसन दस साल से दुबई में रख कर काम करते हैं। पांच साल पूर्व इंजीनियरिंग में पढ़ाई करने के लिए छात्र शाहिद अली पटना चला गया। वहां वह अजीमाबाद कालोनी में किराया के मकान में रख कर पढ़ाई करता है। उन्होंने बताया कि तीन साल पूर्व पटना के अजीमाबाद में शाहिद के पिता ने मकान बनाने के लिए जमीन खरीदा था। इसके बाद छात्र की मां शहनाज खातून भी अपनी एक बेटी के साथ अपने बेटे के पास रखने पटना चली गयी। गांव में छात्र की दादी नइमुल नेशा रख गयी हैं।
गोपालगंज से अपहरण के तार जुड़े होने की आशंका
अपहृत छात्र शाहिद अली पांच साल से पटना में रह रहा था। इसके पिता नईम हसन दस साल से दुबई में रख रहे हैं। ऐसे में ग्रामीणों को आशंका है कि छात्र शाहिद अली के अपहरण का तार उनके गांव के आसपास के इलाकों से जुड़ा हो सकता है। ग्रामीण बताते हैं कि नईम हसन के विदेश में रखने की जानकारी केवल आसपास के लोगों को ही है। पटना में भी शाहिद तथा उसकी मां किराये के मकान में रहती हैं। ऐसे में बाहर के अपराधियों को इस परिवार की आर्थिक स्थिति की जानकारी कैसे लगी होगी। ग्रामीण ने आशंका व्यक्त किया कि छात्र के अपहरण में इस इलाके के ही किसी अपराधी का तार जुड़ा हो सकता है।
क्या है मामला
बरौली के केरवनिया गांव निवासी शाहिद अली पटना के अजीमाबाद में किराया के मकान में रख कर इंजीनियरिंग में पढ़ता है। बीते 26 दिसंबर को घर से कालेज जाने के लिए निकला छात्र वापस घर नहीं लौटा। इसी बीच छात्र के पिता नईम हसन के मोबाइल पर फोन पर पांच लाख रुपया की फिरौती देने का एसएमएस आया। जिसमें छात्र का अपहरण कर लिये जाने की जानकारी भी दी गई थी।