बिहार के प्रमुख शक्तिपीठ थावे में महोत्सव को बिहार विधानसभा ने हरी झंड़ी मंगलवार को दे दी गयी. थावे महोत्सव को पर्यटन विभाग के कैलेंडर से हटाये जाने का मामला भाजपा विधायक मिथिलेश तिवारी ने मंगलवार को शून्य काल के दौरान उठाया. प्रभात खबर में 23 नवंबर को छपी खबर की प्रति भी सदन में लहराया.
विधायक ने कहा कि वर्ष 2012 में प्रमुख शक्ति पीठ थावे में महोत्सव का शुभारंभ हुआ. वर्ष 2015 में सरकार ने महोत्सव कराया, लेकिन वर्ष 2016 के कैलेंडर में थावे महोत्सव का नाम हटा दिया गया है. इसके कारण पूरे जिले के भक्त मर्माहत हैं. थावे में बिहार, यूपी, नेपाल समेत कई प्रदेशों के लाखों पर्यटक प्रति वर्ष आते हैं.
थावे महोत्सव लोगों की आस्था, संस्कृति, सभ्यता और आम लोगों की भावना से जुड़ा हुआ है. सरकार पर्यटन को बढ़ावा देना चाहती है, तो थावे महोत्सव का आयोजन किया जाना चाहिए. इस पर माननीय अध्यक्ष ने सहजता से स्वीकार किया एवं पर्यटन विभाग ने गंभीरता दिखाई.