मतदान के बाद पटरी पर लौटी यातायात व्यवस्था

मतदान से चार दिन पूर्व ही वाहनों के जब्त होने से चरमरा गई यातायात व्यवस्था मतदान के बाद सोमवार से फिर से पटरी पर लौटती नजर आयी। सड़क पर वाहनों के आ जाने के कारण चुनाव के दौरान सवारी वाहनों की कमी से परेशान लोगों को काफी राहत मिली है। सोमवार को सूबे की राजधानी पटना से लेकर गोरखपुर सहित अन्य जिलों के लिए बसों का चलना भी शुरू हो गया। मतदान के तीन दिन पहले से सड़कों पर पसरा सन्नाटा भी टूट गया।

विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान की तिथि नजदीक आने के साथ ही वाहनों की धर पकड़ शुरू हो गयी थी। पहले चुनाव कार्य के लिए छोटे वाहनों को जब्त करने का सिलसिला शुरू किया गया। जिससे छोटे वाहन सड़कों से गायब हो गए थे। मतदान की तिथि नजदीक आने के साथ ही वाहनों को जब्त करने का सिलसिला और तेज हो गया। दूसरे जिले से मतदान कराने के लिए सुरक्षा बलों के आने के साथ ही बसों को जब्त किया जाने लगा। मतदान के तीन दिन पूर्व वाहनों को जब्त किये जाने के बाद आलम यह हो गया कि मतदान तिथि से तीन दिन पूर्व ही सूबे की राजधानी पटना से लेकर गोरखपुर के लिए बसों का संचालन ठप सा हो गया। वाहनों के नहीं चलने से लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। यातायात के साधन ठप हो जाने से परेशान लोग मतदान खत्म होने का इंतजार करने लगे। इस दौरान बाहर जाने या बाहर से घर आने का कार्यक्रम भी लोगों को रद करना पड़ा। लेकिन लोगों की यह परेशानी रविवार को मतदान संपन्न हो जाने के बाद खत्म हो गयी। मतदान कार्य पूरा होने के बाद रविवार की रात से जब्त किये गए बसों सहित अन्य वाहनों को प्रशासन ने मुक्त कर दिया। जिससे सोमवार को जिले की यातायात व्यवस्था फिर से पटरी पर लौट आयी। पटना से लेकर गोरखपुर तक बसों का परिचालन शुरू हो जाने से लोगों को भी काफी राहत मिली।

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