गांव का विद्युतीकरण नहीं होने से नाराज भोरे के नारू चकरवां गांव के ग्रामीणों ने अपने बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने से मना कर दिया है। ग्रामीणों के मना करने के बाद इस गांव के किसी भी बच्चों को पोलियो की दवा नहीं पिलाई जा सकी है। पल्स पोलियो उन्मूलन अभियान में लगे कर्मी से लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी सोनू कुमार ग्रामीणों को समझाने बुझाने में लगे हुए हैं। लेकिन ग्रामीण इस मांग पर डटे हुए हैं कि जब तक उनके गांव का विद्युतीकरण नहीं होगा तब तक वे अपने बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने नहीं देंगे। ऐसी स्थिति से परेशानी स्थानीय पदाधिकारियों ने इसकी सूचना वरीय पदाधिकारियों को दे दी है। ग्रामीणों को समझाने बुझाने का प्रयास भी जारी है।
बताया जाता है कि पूरे जिले में 22 नवंबर से 26 नवंबर तक पल्स पोलियो उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है। इसी बीच इस अभियान में लगे कर्मी जब भोरे के नारू चकरवां गांव में बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने पहुंचे तो ग्रामीणों ने अपने बच्चों को दवा देने से मना कर दिया। ग्रामीण इस बात को लेकर नाराज है कि उनके गांव का अभी तक विद्युतीकरण नहीं किया गया है। बताया जाता है कि ग्रामीणों द्वारा अपने बच्चों को पोलियो की दवा देने से मना करने के बाद इस अभियान में लगी सुपरवाइजर सीता देवी, पूनम देवी, सुशीला देवी कई बार इस गांव में जाकर ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीणों के नहीं मानने पर उन्होंने इसकी सूचना बीडीओ सोनू कुमार को दिया। पोलिया की दवा बच्चों को पिलाने से मना करने की जानकारी मिलने पर बीडीओ भी नारू चकरवां गांव पहुंच कर ग्रामीणों को समझाने बुझाने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीण अपनी मांग पर डटे हुए हैं। उनका कहना है कि जब तक उनके गांव का विद्युतीकरण नहीं होगा वे अपने बच्चों को पोलिया की दवा नहीं पिलाने देंगे। इस संबंध में पूछे जाने पर बीडीओ सोनू कुमार ने बताया कि इस मामले की सूचना वरीय पदाधिकारियों को दे दी गयी है। ग्रामीणों को समझाने बुझाने का प्रयास जारी है।