अब तो किसान धान की कटनी कर गेहूं लगाने के लिए खेत को तैयार कर रहे हैं, लेकिन अब तक किसानों को धान के बीज पर मिलने वाली अनुदान की राशि नहीं मिली। किसान अनुदान की राशि के लिए दर दर भटक रहे हैं, लेकिन अनुदान की राशि किसान के खाते में कब तक पहुंचेगी इस संबंध में कोई भी अधिकारी कुछ भी कहने से परहेज कर रहे हैं। प्रखंड के फैजुल्लाहपुर, हमीदपुर, महारानी, बैकुंठपुर आदि गांवों के किसान बताते हैं कि सरकार ने धान के बीज पर अनुदान देने की घोषणा की थी। तब यह कहा गया था कि बाजार भाव से धान खरीद कर उसका रसीद जमा करने पर अनुदान की राशि मिलेगी।। किसानों ने धान बीज की खरीद की रसीद भी प्रखंड कृषि कार्यालय में जमा कर दिया। लेकिन आज तक अनुदान की राशि किसानों के खाते में नहीं पहुंची। किसान बताते हैं कि अब धान की कटनी अंतिम चरण में हैं। किसान गेहूं की खेती के लिए खेत को तैयार कर रहे हैं। लेकिन अभी तब धान के बीज पर मिलने वाली अनुदान की राशि ही नहीं मिली। वे कहते हैं कि मौसम के मार से धान की फसल भी बर्बाद हो गयी है। ऐसे में अगर समय से अनुदान की राशि नहीं मिली तो गेहूं की खेती करना भी मुश्किल हो जाएगा।