मतदान संपन्न होने के एक दिन बाद सोमवार को बाजारों, चौक-चौराहों पर अहले सुबह से ही चहल-पहल व गाड़ियों की हार्न की आवाज सुनायी पड़ने लगी। मतदान को लेकर वाहनों की धर पकड़ से विभिन्न गांवों से छोटे-बड़े व्यवसायिक बाजारों तक आना जाना काफी कठिन हो गया था। जिससे ग्रामीण इलाके से लोगों को बाजारों पहुंचना काफी कम हो गया था। लेकिन रविवार को मतदान के बाद बसें व छोटी गाड़ियों को देर रात को छोड़ दिये जाने से सोमवार की सुबह से ही आवागमन शुरू हो गया। सिवान, गोपालगंज, मीरगंज व हथुआ आदि की गाडि़यां मिलनी शुरू हो जाने से बाजारों में भी चहल पहल लौट आयी।