वर्तमान वित्तीय वर्ष के शुरुआती सात माह के दौरान सैरात वसूली में जिले के चौदह में से दस अंचल पिछड़ गये हैं। इस अवधि में चार अंचलों ने शत प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त की है। सैरात वसूली में सुस्ती का आलम यह है कि कि बरौली व उंचकागांव जैसे अंचल तो दस प्रतिशत की भी उपलब्धि प्राप्त नहीं कर सके हैं।
आधिकारिक सूत्रों की मानें तो वर्तमान वित्तीय वर्ष में सैरातों की बंदोबस्ती का कार्य करने के बाद सभी अंचलों के लिए राजस्व वसूली का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। साथ ही संबंधित अंचल पदाधिकारियों को शत प्रतिशत राजस्व वसूली को लेकर भी निर्देश जारी किये गये थे। लेकिन शुरु से ही सुस्ती का आलम यह है कि बरौली व उंचकागांव जैसे अंचलों ने लक्ष्य के विरुद्ध दस प्रतिशत भी लक्ष्य की वसूली नहीं की है। आंकड़े बताते हैं कि वर्ष के शुरुआती सात माह में मांझा, सिधवलिया, फुलवरिय तथा विजयीपुर अंचलों ने शत प्रतिशत का लक्ष्य प्राप्त कर लिया है।
अब भी लंबित है 67 सैरात की बंदोबस्ती
सैरात वसूली का लक्ष्य पूर्ण नहीं होने के पीछे इनकी बंदोबस्ती का मामला लंबित होना भी एक बड़ा कारण है। आंकड़े बताते हैं कि पूरे जिले में स्थित 267 सैरातों में से अबतक मात्र दो सौ सैरात की ही बंदोबस्ती हो सकी है। जबकि 67 सैरात की बंदोबस्ती अक्टूबर माह तक नहीं हो सकी है।
कहां कितने की हुई सैरात वसूली
अंचल वसूली प्रतिशत में
गोपालगंज 27.19
मांझा 115.52
बरौली 05.18
सिधवलिया 101.15
बैकुंठपुर 16.22
थावे 81.33
कुचायकोट 71.87
हथुआ 81.67
उंचकागांव 08.87
फुलवरिया 100.00
पंचदेवरी 19.18
कटेया 70.51
भोरे 78.80
विजयीपुर 100.00
कुल वसूली 61.36