आज से ठीक एक साल पूर्व स्वच्छता अभियान को गांव से लेकर शहर तक अभियान चलाने के लिए संकल्प लिया गया था। संकल्प था, पूर्ण रूप से स्वच्छता का। इस अभियान के तहत सरकारी कार्यालयों से लेकर सदर अस्पताल तक में कार्यक्रम आयोजित हुए थे। तब अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक झाड़ू उठाकर सफाई में लग गये थे। लेकिन ठीक एक साल बाद लोग शपथ को भूल चुके हैं और आज सदर अस्पताल कचरे के ढेर पर नजर आ रहा है।