पुत्र की लंबी आयु के लिए माताओं ने सोमवार को दिन भर निर्जला रहकर जिउतिया का व्रत किया। मंगलवार को व्रत धारण करने वाली माताएं अपने पूरखों को अन्न का अर्पण करने के बाद पारन करेंगी। रविवार को नहाय खाय के बाद वैसी महिलाएं जो बच्चों की मां हैं, सोमवार को पूरे दिन निर्जला रहकर व्रत धारण किया। व्रत रखने वाली महिलाओं निर्जला व्रत रहने के दौरान विभिन्न नदियों व तालाबों पर जाकर स्नान किया