विधानसभा चुनाव कार्य में गश्ती दल दंडाधिकारी के रूप में तैनात किये गये 25 पदाधिकारियों को प्रशिक्षण कार्यक्रम में अनुपस्थित रहना महंगा पड़ गया। जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी राहुल कुमार ने इनसे 48 घंटे के अंदर जवाब तलब किया है। अगर इनका जवाब संतोषजनक नहीं रहा तो लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत इनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि चुनाव कार्य में गश्ती दल दंडाधिकारी के रूप में कई अभियंताओं के अलावा अन्य पदाधिकारियों व विद्यालयों के हेडमास्टर को तैनात किया गया था। गश्ती दल दंडाधिकारी के रूप में कार्य करने के पूर्व उन्हें विधिवत प्रशिक्षण देने के लिए तिथि निर्धारित की गयी। लेकिन इनमें से 25 गश्ती दल दंडाधिकारी बगैर सूचना के प्रशिक्षण कार्यक्रम से अनुपस्थित पाए गये। इसे गंभीरता से लेते हुए सभी 25 दंडाधिकारियों से जवाब तलब किया गया है। जिनसे जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने स्पष्टीकरण की मांग की है, उनमें गाडा के कार्यपालक पदाधिकारी धर्मदेव राम, कनीय अभियंता तारकेश्पर मिस्त्री, अरुण कुमार सिंह, अनुमंडल कल्याण पदाधिकारी गोपालगंज रामेश्वर राम, बीअरसी हथुआ के प्रधानाध्यापक बैकुंठनाथ सिंह, अनुसूचित जाति आवासीय हाई स्कूल हथुआ के शिक्षक सफीउद्दीन अंसारी, लघु सिंचाई प्रमंडल के कनीय अभियंता गयानेन्द्र प्रसाद सिन्हा, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी हथुआ शिवेन्द्र प्रताप सिंह, मध्य विद्यालय विजयीपुर के हेडमास्टर दीपनारायण सिंह तथा शिवनारयण सिंह, उच्च विद्यालय कुसौंधी के राजदेव प्रसाद, ग्रामीण बैंक गौरा में तैनात लिपिक देचचन्द महतो, पगरा ग्रामीण बैंक के शाखा प्रबंधक राजकुमार सिन्हा, आरडब्लूडी के कनीय अभियंता त्रिभुवन नाथ, बीआरसी मांझा के जनार्दन द्विवेदी, जिला उद्योग केन्द्र के प्रबंधक सुरेश लाल, बीआरसी थावे के राजकपूर, डीआरडीए के क्षेत्रिय प्रसार पदाधिकारी धनेश प्रसाद श्रीवास्तव, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के एकाउंट आफिसर संजय कुमार, उत्पाद कार्यालय के निरीक्षक मनोज कुमार व सुदर्शन प्रसाद, गाडा के एसडीओ प्रहलाद प्रसाद, ग्रामीण बैंक मांझा के लिपिक विजय सिंह, ग्रामीण बैंक विशुनपुरा के सहायक अजित कुमार तथा प्रखंड कल्याण पदाधिकारी गोपालगंज सुरेश कुमार सिंह शामिल हैं।