गोपालपुर थाने के सेमरा बाजार में श्रम विभाग के धावा दल ने छापेमारी कर चार बाल मजदूरों को मुक्त करा लिया. होटल और सड़क निर्माण के कार्य में लगे थे मजदूरों को मुक्त करा कर उनके परिजनों को सूचित कर बुलाया गया है.
धर, होटल मालिक और संवेदक पर विभाग ने कार्रवाई शुरू की है. श्रम अधीक्षक मनोज दुबे की टीम ने मुखबिरों से मिली सूचना पर गोपालपुर थाने के सेमरा बाजार में बुधवार की दोपहर में अपर्णा स्वीट हाउस पर छापेमारी की. इस दौरान नेपाल के रायगंज जिले के रूनिया के रहनेवाले गोधन सिंह के पुत्र प्रसंजीत सिंह, यूपी के कुशीनगर जिले के सेवरही थाने के मझवलिया गांव के रहनेवाले रविंद्र प्रसाद के पुत्र राकेश कुमार तथा योगेंद्र प्रसाद के पुत्र बिहारी कुमार को बाल मजदूरी करते पकड़ा गया. टीम के अधिकारियों ने मजदूरों के परिजनों को सूचना देकर बुलाया है.
होटल मालिक सेमरा के रहनेवाले दुर्गेश कुमार के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गयी है, जबकि सेमरा-सासामुसा पथ पर मरम्मत कार्य में लगे बल मजदूर अररिया जिले के सिकटी थाना क्षेत्र बरधा गांव के रहनेवाले सुकटसदा के बेटे कृपानंद कुमार को बाल मजदूरी से मुक्त कराया गया है.
श्रम अधीक्षक ने बताया कि मुक्त कराये गये बाल मजदूरों को कपड़े के लिए तीन-तीन हजार रुपये तथा मुख्यमंत्री राहत कोष से 25-25 हजार रुपये अनुदान के रूप में दिये जायेंगे. इन बाल मजदूरों को तत्काल बाल संरक्षण इकाई को सौंप दिया गया है. छापेमारी टीम में श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी किशुनदेव साह तथा कुचायकोट के वरुण कुमार भी शामिल थे.