सऊदी अरब में जालसाजी कर भारत भागकर आए भोरे के एक युवक को इंटरपोल के वारंट पर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया। सऊदी अरब में कोर्ट ने इस युवक के खिलाफ जालसाजी के चार मामलों में सजा सुनाई है। सजा मिलने के बाद यह युवक भारत भाग आया था। इंटरपोल के वारंट के आधार पर पुलिस ने इसे गिरफ्तार कर चनावे जेल भेज दिया। युवक को सऊदी अरब में मिली सजा काटनी होगी। इस मामले में इस युवक के खिलाफ भारत में भी अंतरराष्ट्रीय कानून तोड़ने को लेकर केस दर्ज किया गया है। जिसकी सुनवाई जल्दी शुरू होगी। हालांकि इस युवक को सऊदी अरब प्रत्यर्पण नहीं किया जाएगा।
बताया जाता है कि भोरे थाना क्षेत्र के बड़हरा गांव निवासी मनीष यादव चार साल पूर्व सऊदी अरब के शारजाह शहर में काम करने गया था। काम करने के दौरान कंपनी के मेटेरियल के एवज में उसे सप्लायर को भुगतान करना था। यह राशि करोड़ों में थी। सप्लायर को उसने चार चेक के माध्यम से भुगतान किया। लेकिन वह चेक बाउंस कर गया। इस मामले में मनीष यादव के खिलाफ सऊदी अरब के शारजात के फेडरल कोर्ट में चार केस दर्ज किए गए। लेकिन सुनवाई शुरू होते ही मनीष यादव वापस भारत लौट आया। इसी बीच वहां की कोर्ट ने चार अलग-अलग मामलों में 50 माह की सजा सुनाई। सजा सुनाने के बाद मनीष के भारत भाग होने पर इंटरपोल ने उसके विरुद्ध एक वारंट जारी किया। जिसे भारत सरकार के गृह मंत्रालय में भेजा गया। गृह मंत्रालय द्वारा वारंट को गोपालगंज भेजा गया। जिसके आधार पर पुलिस ने उसे भोरे के काली मोड़ से गिरफ्तार कर चनावे जेल भेज दिया। बताया जाता है कि मनीष यादव के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय कानून तोड़ने और जालसाजी को लेकर गोपालगंज में मामला दर्ज किया गया है। जिसकी सुनवाई जल्द शुरू होगी।