Sun, 21August 2016
शराब पीने से अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है. प्रशासन के स्तर पर 16 लोगों की पुष्टि की गयी है. प्रशासन आधिकारिक तौर पर अब भी मौत को संदिग्ध बता रहा है. एफएसएल की रिपोर्ट आने का इंतजार प्रशासन को है.
16 अगस्त से शराब पीने से एक -एक कर लोगों की मौत हो रही है. यह आंकड़ा 20 तक पहुंच गया है. पहले तो सदर अस्पताल से मौत के बाद लोग शव को लेकर भागने लगे थे. अस्पताल में मौजूद उत्पाद विभाग के अधिकारी, पुलिस अधिकारी और डॉक्टर एक-दूसरे को दोषारोपण कर रहे थे.
पहले पूरे घटनाक्रम पर परदा डालने का प्रयास किया गया. इस बीच पुलिस ने माना है कि जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हुई है. पुलिस ने अपनी प्राथमिकी में गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है. नगर थाने में इंस्पेक्टर निगम कुमार वर्मा के बयान पर दर्ज करायी गयी कांड संख्या 348/16 में गैर इरादतन हत्या यानी भादवि की धारा - 328, 304, 12एबी, 34, 50एबीसी बिहार उत्पाद संशोधन अधिनियम 2016 के तहत 14 शराब के धंधेबाजों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है.
पुलिस ने दर्ज करायी दो प्राथमिकी: छापेमारी के बाद पुलिस ने नगर थाने में दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसमें छठु पासी, कन्हैया पासी, लालझड़ी देवी, नगीना पासी, लाल बाबू पासी, राजेश पासी, मनोज पासी, रीता देवी, ग्रहण पासी, इंदू देवी, रंजय चौधरी तथा मुन्ना चौधरी को नामजद अभियुक्त बनाया गया है.
छह आरोपित भेजे गये जेल: पुलिस ने गिरफ्तार छठु पासी उर्फ छठू चौधरी, राजेश पासी, सनोज पासी, रंजय चौधरी, संजय चौधरी, मुन्ना चौधरी को पूछताछ के बाद शुक्रवार को जेल भेज दिया है. नामजद अन्य अभियुक्तों की तलाश में पुलिस की टीम ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है.