Fri, 08 Jul 2016
विदेश में काम कर रहे युवकों के ईद में घर आने पर इस बार परिजनों की खुशियां दोगुनी हो गई। ईद की खुशियां अपने परिजनों के घर पहुंचे युवकों में किसी ने अपने अब्बू के लिए कुर्ता लाया तो किसी ने अपनी बहनों के लिए विदेशी लहंगा। गुरुवार को ईद के दिन इन कपड़ों की रंगत बेटे और भाइयों के घुले स्नेह से और बढ़ गई। जिले से काफी संख्या में युवक अपने घर की माली हालत ठीक करने के लिए विदेशों रहकर काम काज करते हैं। इनमें से काफी संख्या में युवक ईद मनाने इस बार अपने घर पहुंचे। जिससे परिजनों में ईद की खुशी दोगुनी हो गई। इन्हीं युवकों में से एक हैं 31 वर्षीय इम्तेयाज अहमद। सऊदी अरब स्थित एक कंपनी में काम कर रहे थावे के इम्तेयाज इस बार ईद अपने घर पर मनाने के लिए अपने घर पहुंचे थे। इम्तेयाज की अम्मी बताती हैं कि ईद पर पहने के लिए इम्तेयाज अपने पिता के लिए कुर्ता तो बहनों के लिए लहंगा लेकर आये हैं। उनके आने से घर परिवार के सदस्यों के साथ ही जानने पहचाने वालों से लेकर रिश्तेदारों में काफी खुशी है। वहीं इम्तेयाज कहते हैं कि उन्होंने पहले से ही तय कर लिया था कि इस बार ईद अपने परिवार के सदस्यों के साथ घर पर ही मनाएंगे। जिसको लेकर तैयारी काफी पहले से ही शुरू कर दी थी। उन्होंने कहा कि पर्व तो अपनों के बीच ही मनाना अच्छा लगता है। वे कहते हैं कि वे हर साल ईद मनाने घर जरूर आएंगे।
विदेश में काम कर रहे युवकों के ईद में घर आने पर इस बार परिजनों की खुशियां दोगुनी हो गई। ईद की खुशियां अपने परिजनों के घर पहुंचे युवकों में किसी ने अपने अब्बू के लिए कुर्ता लाया तो किसी ने अपनी बहनों के लिए विदेशी लहंगा। गुरुवार को ईद के दिन इन कपड़ों की रंगत बेटे और भाइयों के घुले स्नेह से और बढ़ गई। जिले से काफी संख्या में युवक अपने घर की माली हालत ठीक करने के लिए विदेशों रहकर काम काज करते हैं। इनमें से काफी संख्या में युवक ईद मनाने इस बार अपने घर पहुंचे। जिससे परिजनों में ईद की खुशी दोगुनी हो गई। इन्हीं युवकों में से एक हैं 31 वर्षीय इम्तेयाज अहमद। सऊदी अरब स्थित एक कंपनी में काम कर रहे थावे के इम्तेयाज इस बार ईद अपने घर पर मनाने के लिए अपने घर पहुंचे थे। इम्तेयाज की अम्मी बताती हैं कि ईद पर पहने के लिए इम्तेयाज अपने पिता के लिए कुर्ता तो बहनों के लिए लहंगा लेकर आये हैं। उनके आने से घर परिवार के सदस्यों के साथ ही जानने पहचाने वालों से लेकर रिश्तेदारों में काफी खुशी है। वहीं इम्तेयाज कहते हैं कि उन्होंने पहले से ही तय कर लिया था कि इस बार ईद अपने परिवार के सदस्यों के साथ घर पर ही मनाएंगे। जिसको लेकर तैयारी काफी पहले से ही शुरू कर दी थी। उन्होंने कहा कि पर्व तो अपनों के बीच ही मनाना अच्छा लगता है। वे कहते हैं कि वे हर साल ईद मनाने घर जरूर आएंगे।