Mon, 25 July 2016
गंडक की तबाही जारी, 40 हजार लोग प्रभावित
बाल्मिकी नगर बराज का फाटक बैंड होने के बाद गंडक नदी के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि के कारण गंडक नदी की तबाही जिले में जारी है। पिछले 48 घंटों से लगातार जलस्तर में हो रही वृद्धि के कारण 40 हजार से अधिक की आबादी सीधे पर पर प्रभावित हुई है। चारों तक से पानी से घिरे जिले के पांच प्रखंड के 41 गांव के लोग पलायन कर रहे हैं। नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने के कारण ग्रामीणों से इस बात का डर है कि अगर इसी रफ्तार से जलस्तर बढ़ता रहा तो गांव से निकल पाना भी उनके लिए मुश्किल हो जाएगा।
लगातार बढ़ते नदी के जलस्तर के कारण रविवार को पानी से डूबे गंडक के निचले इलाके के गांवों की स्थिति और बिगड़ गई। गांवों में नदी का पानी तेजी से बढ़ने के कारण लोग घर बार छोड़कर पलायन को विवश हो गए। कई परिवार के लोगों ने गांव में ही पक्के मकानों की छत पर शरण ले रखा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि नदी का जलस्तर प्रतिघंटे चार से पांच सेंटीमीटर बढ़ रहा है। यदि पानी बढ़ने की रफ्तार यहीं रही तो स्थिति और बिगड़ सकती है। नदी के पानी से प्रभावित गांवों के लोगों ने बताया कि गांवों में अबतक बचाव व राहत कार्य प्रारंभ नहीं किया गया है। ऐसे में उनकी समस्या बढ़ती जा रही है।
नाव को तरस रहे बाढ़ पीड़ित
सदर प्रखंड के जगीरी टोला, खाप मकसूदपुर, मलाही टोला, मंझरियां, कठघरवां तथा खैरटिया आदि गांवों के लोगों ने बताया कि प्रशासनिक स्तर पर पानी से घिरे गांव के लोगों के जाने आने के लिए सरकारी नाव की कोई भी व्यवस्था नहीं है। कठघरवां पंचायत के मुखिया राजेश सहनी तथा जगीरी टोला पंचायत के मुखिया रंजय कुमार ने आरोप लगाया कि प्रशासनिक स्तर पर पीड़ित लोगों को नाव उपलब्ध कराने की घोषणा सिर्फ कागज पर है। हालत यह है कि इन गांवों तक जाने के लिए लोगों को निजी नाव तक की सुविधा नहीं मिल पा रही है।
दो दर्जन गांवों की हालत बिगड़ी
लगातार बढ़ने नदी के पानी के कारण सदर प्रखंड के अलावा बैकुंठपुर तथा कुचायकोट प्रखंड के दो दर्जन से अधिक गांवों के लोगों की हालत बिगड़ गई है। लोगों के घरों तक में पानी पहुंचने के लिए लोग पूरी तरह से बेहाल नजर आ रहे हैं। जिन गांवों की स्थिति अधिक खराब है उनमें सदर प्रखंड के जगीरी टोला के 14 टोला के अलावा कठघरवां, खैरटिया रामनगर, मंझरियां, मलाही टोला, मकसूदपुर, खाप मकसूदपुर तथा जगीरी टोला, बैकुंठपुर प्रखंड के गम्हारी पंचायत के तीन गांव व फैजुल्लाहपुर पंचायत के दो गांव, कुचायकोट प्रखंड के रूपछाप, काला मटिहनिया, खेम मटिहनिया, रूप सागर, विश्वंभरपुर, खरगौली तथा फुलवरिया गांव शामिल हैं।
सुबह छोड़ा गया 2.06 लाख क्यूसेक पानी
रविवार की सुबह गंडक नदी में 2,06,400 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। जिलाधिकारी राहुल कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि गंडक का जलस्तर बढ़ने के बावजूद तटबंध को कोई खतरा नहीं है। नदी में पानी का बहाव कम होने के कारण सोमवार को जलस्तर में कुछ कमी आने की संभावना है।
गंडक नदी का पानी रविवार को 21 विद्यालयों में प्रवेश कर गया। स्कूलों में पानी आने के बाद यहां पठन पाठन सोमवार से पूरी तरह से ठप हो जाएगी। स्कूलों में पानी भर जाने के कारण अभिभावक बच्चों को लेकर अधिक चिंतित नजर आने लगे हैं।
जानकारी के अनुसार शुक्रवार की रात्रि से लगातार गंडक नदी के जलस्तर में बढ़ोत्तरी प्रारंभ होने के समय से ही स्कूलों में नदी का पानी प्रवेश कर जाने की संभावना व्यक्त की जा रही थी। शनिवार की रात्रि ही सदर प्रखंड के सात विद्यालयों के अलावा कुचायकोट प्रखंड के पांच, बैकुंठपुर प्रखंड के पांच तथा सिधवलिया प्रखंड चार स्कूलों में नदी का पानी प्रवेश कर गया। रविवार की सुबह सदर प्रखंड के खैरटिया रामनगर हाई स्कूल में तीन फिट तक पानी बहने लगा। जिसके कारण विद्यालय के प्रथम मंजिल पर खिड़की के ऊपर तक पानी चला गया। इसी प्रकार सदर प्रखंड के खाप मकसूदपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय, प्राथमिक विद्यालय मलाही टोला, प्राथमिक विद्यालय जगीरी टोला, उत्क्रमित मध्य विद्यालय कठघरवां तथा प्राथमिक विद्यालय मंझरियां में भी पानी भर गया। जिसके कारण इन स्कूलों में पठन पाठन सोमवार से पूर्ण रूप से बाधित हो जाएगा।
बैकुंठपुर के 12 गांवों में घुसा नदी का पानी
बाल्मिकी नगर बराज में लगाए गए फाटक के बैंड होने के बाद नदी में अचानक पानी बढ़ने के कारण प्रखंड के आठ पंचायतों के एक दर्जन गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। जिससे रविवार को बाढ़ प्रभावित लोगों ने अपने लिए नया ठिकाना खोजना शुरू कर दिया है। प्रखंड के दिपउ, पकड़ी, बांसघाट, घोघराहां, महारानी, पकड़ी, शीतलपुर, बहरामपुर, फैजुल्लाहपुर, सलेमपुर, प्यारेपुर, बंधौली एवं आशा खैरा गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है। जिससे लोगों का पलायन अनयत्र जारी है। पकहां के राजा राय, टूनटून राय, विरेंद्र राय, राजेंद्र राय, भरत राय, मनेजरी कुंवर, शीतलपुर के भुआनी सहनी, मोख्तार सहनी, शिव कुमार राम, मोहन राय,्र विरेंद्र सिंह, नरेश सिंह सहित कई लोग रिंग बांध पर अपने समान को लेकर पलायन कर चुके है। गम्हारी पंचायत के मुखिया आशा देवी, बीडीसी छोटेलाल, सरपंच दुधनाथ राम एवं संजय बैठा ने पकहां, शीतलपुर एवं बहरामपुर गांव का दौरा कर जायजा लिया और इसकी जानकारी अंचल पदाधिकारी को दिया। वहीं प्रखंड प्रमुख मीना देवी, पति प्रदीप राय, बीडीसी सुरेश पाल, धर्मनाथ, धुरेंद्र प्रसाद, उमाशंकर यादव सहित कई जनप्रतिनिधियों ने भी बांसघाट मंसुरिया, उसरी, परसौनी, बंधौली बनौरा, चिउटाहां, गम्हारी, फैजुल्लाहपुर आदि गांवों का दौरा किया। इसकी जानकारी प्रमुख ने उच्च अधिकारियों को दिया।