Sat, 18 Jun 2016
मांझा के पिपरा पुल के समीप गुरुवार को पुलिस के हत्थे चढ़े दोनों युवकों का सदर अस्पताल में इलाज होने के बाद पुलिस ने पूछताछ के लिए अपने कस्टड़ी में ले लिया। इस दौरान गिरफ्तार लुटेरा गिरोह के दोनों सदस्यों ने पुलिस को कुछ चौकाने वाली जानकारियां दी है। यह गिरोह छपरा, सिवान, मोतिहारी के साथ ही जिले में भी सक्रिय था। इस गिरोह के सदस्य हाइवे पर घटनाओं को अंजाम देते थे। पूछताछ के दौरान यह बात भी सामने आई है कि इनके खिलाफ चारों जिले में दस से अधिक मामले दर्ज हैं। इस बीच पुलिस के हत्थे चढ़े छपरा के तरैया थाना के तरैया गांव निवासी अजय सिंह के तार माओवादियों से भी जुड़े होने को लेकर पूरे दिन लोगों के बीच चर्चा का बाजार गरम रहा। पुलिस माओवादियों से लुटेरा गिरोह के संबंध की भी पड़ताल कर रही है।
गुरुवार को मांझा थाना के भड़कुइयां स्थित गिरी पेट्रोल पंप के समीप एक बाइक पर सवार तीन अपराधियों ने एनएच 28 पर बाइक से जा रहे मोतिहारी जिले के कल्याणपुर थाना क्षेत्र के कल्याणपुर गांव निवासी हरेंद्र कुमार शर्मा से पिस्तौल के बल पर मोबाइल फोन तथा सात हजार रुपया लूट लिया था। इसी बीच इधर से गुजर रहे मांझा थाना के चौकीदार अमरजीत यादव ने इस घटना को देखकर इसकी सूचना पुलिस को दिया। सूचना मिलने के बाद पुलिस लुटेरों का पीछा करने लगी। इसी बीच लुटेरे हाइवे छोड़ कर मांझा बरौली पथ से होकर मांझा की तरफ जाने लगे। तभी पीपरा पुल के समीप उनका पुलिस से सामना हो गया। पुलिस को देखकर लुटेरों ने फायरिंग शुरू कर दिया। जिससे गोली लगने से दो युवक जख्मी हो गए। हालांकि इसी बीच पुलिस और ग्रामीणों ने दो लुटेरों को पकड़ लिया और ग्रामीणों ने उनकी जमकर धुनाई कर दिया। जिन्हें बाद में ग्रामीणों के चंगुल से मुक्त कराकर पुलिस ने सदर अस्पताल में भर्ती कराया। सूत्र बताते हैं कि सदर अस्पताल में इलाज के बाद पुलिस ने शुक्रवार को उन्हें अपने कस्टडी में ले लिया। सूत्र बताते हैं कि पकड़े आरोपियों छपरा जिले के तरैया थाना क्षेत्र के तरैया गांव निवासी अजय सिंह उर्फ गुड्डू बाबा, जिले के बरौली निवासी आदित्य कुमार तिवारी शामिल हैं। इनका फरार साथी सिधवलिया थाना क्षेत्र के कुसहर गांव निवासी पंकज कुमार पाल बताया जाता है। सूत्र बताते हैं कि पूछताछ के दौरान अजय सिंह ने अपने गिरोह के बारे में कई राज खोले हैं। इस गिरोह के सदस्य मोतिहारी, छपरा, सिवान तथा गोपालगंज में सक्रिय हैं। इस गिरोह के सदस्य इन जिले में हाइवे पर घटनाओं को अंजाम देते थे। सूत्र बताते हैं कि तरैया के अजय सिंह पर इन चारों जिले में दस से अधिक मामले विभिन्न थाना में दर्ज है। इस बीच अजय सिंह के माओवादियों से भी जुड़े होने की बात भी हवा में तैरती रही। सूत्र बताते हैं कि पुलिस लुटेरा गिरोह के माओवादियों से संपर्क की भी जांच पड़ताल कर रही है।
गोली फंसने से बच गई कइयों की जान : मांझा के पीपरा पुल के समीप पुलिस तथा ग्रामीणों से अपने को घिरा पाकर अपराधियों ने फायरिंग शुरू कर दिया था। इस फायरिंग में गोली लगने से दो युवक जख्मी भी हो गए। मांझा थानाध्यक्ष रामसेवक रावत भी लुटेरों की फायरिंग में बाल बाल बच गए। सूत्र बताते हैं कि अपराधियों ने जिस अंदाज में अचानक फायरिंग शुरू कर दिया था, उससे पुलिस भी हकाबका रह गई थी। लेकिन यह गनीमत थी कि तभी अपराधियों की पिस्तौल में गोली फंस गई। सूत्र बताते हैं कि पिस्तौल में गोली फंसते ही अपराधी असहाय हो गए। इसी बीच पुलिस तथा ग्रामीणों ने उन्हें दबोच लिया। सूत्रों की मानें तो अगर गोली नहीं फंसती तो अपराधियों पर काबू पाने में कई लोगों की जान चली जाती।