Fri, 22 Apr 2016
गुरुवार की देर शाम मदरसा कुर्आनिया खलिमा के हाल में हजरत अली डे मनाया गया। इस मौके पर हजरत अली के जीवनी पर रोशनी डालते हुए वक्ताओं ने कहा कि हजरत अली जिंदगी भर जुल्म के खिलाफ जंग लड़ते रहे। अपने संबोधन में तनवीर अख्तर ने कहा कि जुर्म सहना भी एक जुर्म है। कार्यक्रम को अधिवक्ता राजा हुसैन राज, राशिद हुसैन, जेयाउल होदा, जावेद अख्तर, सैयद मोबिनुल हक, मौलाना जुनैद साहब, मौलाना शौकत साहब, मौलाना रफीक साहब, मुश्ताक अहमद, फैजुल हक शकील, गौहर हसन, मोहम्मद शमीम, वैद्य बी पंडित आदि ने भी संबोधित किया।