Gopalganj News: कीमतों की मार से बिगड़ रहा किचेन का जायका

Tue, 19 Apr 2016

पिछले तीस दिनों में खाद्य सामग्रियों की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि के कारण किचेन का जायका बिगड़ने लगा है। हर सामान की कीमत दिनोंदिन बढ़ रही है। कीमतें बढ़ने से हर तबके के लोग परेशान हैं। बावजूद इसके मूल्यों पर नियंत्रण के दिशा में कोई भी प्रयास नहीं हो रहा है। दिसम्बर माह में खाद्य सामानों की कीमत बढ़ने के बाद मार्च माह तक इनकी कीमत स्थिर थीं। लेकिन होली के बाद इनकी कीमतों में एक बार फिर इजाफा प्रारंभ हुआ। पिछले तीस दिन के अंदर सब्जी व दाल की कीमतों में 25 प्रतिशत तक की वृद्धि दर्ज की गयी है। अरहर दाल की कीमत में होली के बाद से चालीस रुपये प्रति किलो की वृद्धि दर्ज की गयी है। कुछ सामानों की कीमतें तो 40 प्रतिशत तक बढ़ी हैं। हां थोक भाव वाली दुकानों में सामानों की कीमतों में वृद्धि कम रही है। जाहिर है खुदरा सामान विक्रेताओं की मनमर्जी के कारण यह स्थिति पैदा हुई है।

क्या कहते हैं लोग

सामानों की कीमतें बढ़ने से हर वर्ग के लोग परेशान हैं। पुरानी चौक की उषा देवी कहती हैं कि सामानों की कीमतों में लगातार हो रही वृद्धि के कारण घर संभालना अब मुश्किल हो गया है। इसी मोहल्ले की किरण देवी ने कहा कि सामानों की कीमत खुदरा विक्रेताओं की मनमानी के कारण बढ़ी है। जंगलिया मोहल्ले के नूर सबा खातून ने कहा कि खुदरा मूल्य प्रणाली पर यहां कोई नियंत्रण नहीं है। दुकानदार सामानों का मनमाना दर तय करते हैं।

सब्जी की कीमतें भी बढ़ीं

प्रतिदिन उपयोग में आने वाली खाद्य सामानों के अलावा सब्जी की कीमतें भी आसमान छू रहीं हैं। मार्च माह के अंतिम सप्ताह से लगातार यहीं स्थिति बनी हुई है। बीच में दो-चार दिनों के लिए सब्जी की कीमतें कम हुई। लेकिन फिर कीमतों में लगातार उछाल आयी है। इनसेट

कितनी बढ़ी कीमत

(दर प्रति किलो का है)

सामग्री मार्च अप्रैल

आलू 12 14

प्याज 20 24

आटा 22 24

चावल मोटा 26 28

अरहर दाल 120 160

चना दाल 70 80

मसूर दाल 80 95

सरसो तेल 120 130

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