मंगलवार की रात से शुरू कोहरा बुधवार की सुबह और घना हो गया। जिससे वाहनों की रफ्तार थम सी गई। कोहरे के कारण हाइवे किनारे वाहन चालक वाहन खड़ी करने को मजबूर हो गए। वाहनों का चक्का तभी सरका, जब बुधवार की सुबह नौ के बाद कोहरा छंटने लगा।
पिछले चार दिन से राहत देने के बाद घना कोहरा फिर राहगीरों के लिए परेशानी का कारण बन गया। मंगलवार की रात से शुरू हुआ कोहरे का असर बुधवार की सुबह तक रहा। मंगलवार की रात तथा बुधवार की सुबह कोहरा का ऐसा असर रहा कि लंबी दूरी तक जाने वाले वाहन हाइवे किनारे जहां-तहां खड़े रहे। रात में कोहरे के कारण विजिविल्टी इतनी कम हो गयी कि पांच मीटर तक देखना भी मुश्किल हो गया। कड़ाके की ठंड के बीच घने कोहरे के कारण वाहन चालकों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। कानपुर से समस्तीपुर ट्रेलर लेकर निकले पंजाब के चालक अवतार सिंह ने बताया कि कोहने के कारण बंजारी के पास दो बजे रात को ही ट्रेलर खड़ा कर देना पड़ा। कुछ ऐसी ही स्थिति ट्रक लेकर चले अशोक यादव की भी रही। उन्होंने बताया कि घने कोहरे के कारण रात में ट्रक सासामुसा के पास एक ढाबा पर खड़ा कर देना पड़ा। बुधवार की सुबह आठ बजे से कोहरा छंटने के बाद वे आगे बढ़ सके। कोहरे के कारण वाहन चालकों के साथ ही बाहर से अपने घर आ रहे लोगों की भी परेशानी बढ़ गई है। कोहरे के कारण बसें और ट्रेनों की रफ्तार धीमी हो गयी, जिससे ये दिन की जगह रात में स्टेशन या बस स्टैण्ड पहुंच रहे हैं। यहां पहुंचने पर भी लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। कोहरे के कारण रात में वाहन बंद हो जाने से बाहर से आने वाले लोगों को अपनी रात स्टेशन या बस स्टैण्ड में ही गुजारी पड़ रही है।