सोनहुला में हुए विवाद के मामले में पुलिस की तरफ से दोनों पक्षों से 20 लोगों को नामजद तथा 70-80 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. पुलिस नामजद अभियुक्तों की तलाश में जुट गयी है. घायलों की तरफ से अभी कोई फर्द बयान पुलिस को नहीं दिया गया है.
गोपालपुर थाना क्षेत्र के सोनहुला चंद्रभान गांव के पास महावीरी आखड़ा मेले में हमले की साजिश पहले से ही रची गयी थी. घटना के एक दिन पहले विवाद को पुलिस ने हल्के में लिया. आज पूरे इलाके में दहशत का माहौल बन गया है. लोगों में खौफ है. लोग घर से बाहर निकलने से परहेज कर रहे हैं.
पुलिस दूसरे दिन भी इलाके में गश्त कर माहौल को शांत कराने में जुटी रही. हालांकि पुलिस अधिकारियों ने इलाके शांति का दावा किया है. मेले में हंगामा करनेवालों के खिलाफ पुलिस अपने स्तर से कार्रवाई में जुटी है.
घटना के पीछे पुलिस की चूक : ध्यान रहे कि सोनहुला चंद्रभान के खरीहान स्थित झंडा मेला परंपरा के अनुरूप मनाया जा रहा था. रात के जुलूस में ही कुछ लोगों ने विवाद पैदा किया था.
गोपालपुर के थानाध्यक्ष महेंद्र कुमार की पहल पर मामला समाप्त हो गया. पुलिस अगर उसी वक्त मामले को गंभीरता से ली होती,
तो स्थिति न तो बिगड़ती और न ही विवाद होता. बाहर के सैकड़ों लोगों को बुला कर रखा गया था. मेले में हजारों लोगों की भीड़ इकट्ठी थी. शुक्रवार की दोपहर फिर से एक युवक नेे माइक बजा दिया,
जिसको लेकर उग्र लोगों ने हमला कर दिया. इस घटना में नितेश मिश्रा, पप्पू राय, मुन्ना राय, राजू मिश्रा के घायल हो गये. उपद्रवियों ने हमला कर दुकानों को उजाड़ दिया. मेले में दूर-दूर से आये लोगों को जान बचा कर भागना पड़ा. आनन-फानन में कुचायकोट, विशंभरपुर, फुलवरिया, उचकागांव थानों से पुलिस बल को बुलाना पड़ा.
इसके अलावा अर्धसैनिक बलों को सुरक्षा के लिए तैनात किया गया. डीसीएलआर विमल कुमार सिंह, एसडीपीओ मनोज कुमार मौकेपर पहुंचे. बीच बचाव कर स्थिति को काबू में किया गया. पुलिस के वरीय अधिकारी यहां कैंप कर रहे हैं. पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है. आसपास के इलाकों में दहशत और भय का माहौल है.