मद्यपान के खिलाफ निकली जागरूकता रैली

ना बाबा ना, दारू ना, कुछ इसी तरह के संदेश के साथ गुरुवार को जिले में मद्य निषेध दिवस मनाया गया। इस दौरान मद्यपान के खिलाफ लोगों को जागरूक करने के लिए छात्र-छात्राओं ने रैली निकाली। कलाकारों ने भी गीत के माध्यम से मद्यपान से होने वाले नुकसान के बारे में लोगों को जानकारियां दी। जिला उत्पाद विभाग और जिला प्रशासन के तत्वाधान में मुख्य कार्यक्रम नगर के मिंज स्टेडियम में हुआ। यहां से मद्यपान के खिलाफ छात्र-छात्राओं की जागरुकता रैली को जिला उत्पाद अधीक्षक प्रिय रंजन ने झंडी दिखा कर रवाना किया। यह रैली शहर के विभिन्न इलाकों से गुजरते हुए मद्यपान के खिलाफ लोगों को जागरूक करती रही। इससे पूर्व छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए पदाधिकारियों ने कहा कि मद्यपान से चारित्रिक और शारीरिक पतन होता है। समाज में बढ़ते चारित्रिक पतन का प्रमुख कारण मद्यपान भी है। उन्होंने मद्यनिषेध दिवस के अवसर पर इस व्यसन को छोड़ने का संकल्प लेने को कहा। उन्होंने कहा कि नशाखोरी परिवार और समाज में कई बुराइयों को जन्म देती है और पारिवारिक एवं सामाजिक कलह का कारण भी है। इस मौके पर शिक्षक उमाशंकर मिश्र ने अपनी गीत के माध्यम से मद्यपान के कारण परिवार में उत्पन्न होने वाली कठिनाइयों और उसके दुष्प्रभाव को प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के दौरान मद्यपान के खिलाफ जागरुकता को लेकर आयोजित चित्रकला व निंबध प्रतियोगिता में अव्वल आए छात्र-छात्रा श्यामसुंदर कुमार, आकाश शर्मा, कोमल कुशवाहा, मुस्कान कुमारी, बंटी कुमार सिंह तथा साहिल कुमार सिंह को पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया। उत्पाद विभाग के अनुसार मद्यपान दिवस पर मीरगंज, मोहम्मदपुर सहित अन्य प्रखंडों में भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर काफी संख्या में छात्र-छात्राएं व अन्य लोग मौजूद रहे। वहीं मद्यपान निषेध दिवस पर शहर के बिहार विकास विद्यालय में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें मद्यपान से समाज पर पड़ने वाले प्रभाव पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। संगोष्ठी में विद्यालय के प्रबंधक अनिल कुमार श्रीवास्तव सहित काफी संख्या में लोगों ने अपने विचार रखे।

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