बैंकों की स्थिति सुधरी, एटीएम की जस की तस

Sun, 04Dec 2016

एक हजार तथा पांच सौ के पुराने नोट चलन से बाहर किए जाने के बाद से बैंकों से लेकर एटीएम केंद्रों पर लगने वाली लोगों की भीड़ शनिवार को भी लगी रही। हालांकि जिले में पांच सौ के नोट आ जाने से बैंकों की स्थित में कुछ सुधार देखने को मिला। करेंसी की कमी से जूझ रहे बैंकों को कुछ राहत मिली। इसके साथ ही वेतन भुगतान के लिए अधिकांश बैंकों मे अलग काउंटर खोल दिए जाने से वेतनभोगियों को भी राहत मिली, लेकिन उन्हें अपने वेतन का पूरा भुगतान नहीं मिला। रिजर्व बैंक से इस संबंध में निर्देश नहीं मिलने से बैंकों ने पूर्व से निर्धारित 24 हजार रुपये का ही भुगतान किया। हालांकि बैंकों की स्थित सुधरने के बाद भी एटीएम केंद्रों की स्थित जस की तस बनी रही। शहर में मात्र छह एटीएम से ही रुपया निकला। अधिकांश एटीएम हालांकि खुले थे, लेकिन उनमें कैश उपलब्ध नहीं रहा। प्रखंड मुख्यालयों तथा कस्बाई इलाके के एटीएम केंद्रों की स्थित बदतर बनी रही। नोटबंदी के बाद से बंद पड़े अधिकांश एटीएम केंद्र शनिवार को भी बंद रहे। हालांकि इस बीच शहर के सेंट्रल बैंक के एटीएम केंद्र से पांच सौ के नए नोट निकलने शुरू हो गए। जिससे एक दो दिन में अन्य एटीएम केंद्रों से भी पांच सौ के नोट मिलने की उम्मीद से स्थिति में सुधार के आसार नजर आने लगे हैं।
शनिवार को भी रुपया निकालने के लिए बैंकों से लेकर एटीएम केंद्रों पर लोगों की भीड़ रही। लोगों ने बताया कि स्टेट बैंक की मुख्य शाखा से अधिकतम 24 हजार रुपये का भुगतान किया गया। इस बैंक में पांच सौ का नोट उपलब्ध हो जाने के बाद उसका भी भुगतान किया गया। स्टेट बैंक की एडीबी शाखा में दस हजार रुपये का भुगतान किया गया। पंजाब नेशनल बैंक में 24 हजार रुपये का अधिकतम भुगतान दिया गया। हालांकि करेंसी जिले में पहुंचने के बाद भी इलाहाबाद बैंक की हालत नहीं सुधरी। इस बैंक में अधिकतम दो हजार रुपये का ही भुगतान किया गया। डाकघर तथा ग्रामीण बैंक की दशा तो और खराब रही। डाकघर से अधिकतम दो हजार तथा ग्रामीण बैंक में अधिकतम एक हजार रुपये का भुगतान किया गया।
क्या कहते हैं एलडीएम
शनिवार को सभी बैंकों में उनकी डिमांड के अनुसार कैश उपलब्ध करा दिया गया है। पांच सौ का नया नोट भी उपलब्ध हो गया है। सोमवार से एटीएम केंद्रों से पांच सौ तथा एक हजार के नोट भी निकलने लगेगा। दो तीन दिन में स्थिति पूरी तरह से सामान्य हो जाने की उम्मीद है।
अनिल कुमार, एलडीएम

Ads:






Ads Enquiry