Fri, 29 July 2016
पिछले छह दिनों से गंडक नदी की तबाही जारी है। मंगलवार की शाम से नदी के जलस्तर में और बढ़ोत्तरी के कारण बाढ़ का पानी नए इलाकों में प्रवेश कर दिया गया। बुधवार को बाढ़ से प्रभावित गांवों की संख्या बढ़कर 55 तक पहुंच गई। दो दिन तक गंडक का जलस्तर स्थिर रहने के बाद पिछले 24 घंटे से इसमें फिर उफान आने के कारण गंडक के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। पानी नए इलाकों में प्रवेश करने के कारण अबतक 48 हजार से अधिक की आबादी सीधे पर पर प्रभावित हुई है। चारों तक से पानी से घिरे जिले के छह प्रखंड के 55 गांव के लोग पलायन कर रहे हैं। नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने के कारण ग्रामीणों से इस बात का डर है कि अगर इसी रफ्तार से जलस्तर बढ़ता रहा तो गांव से निकल पाना भी उनके लिए मुश्किल हो जाएगा। पिछले छह दिन से नदी का प्रकोप झेल रहे ग्रामीणों की मुसीबत मंगलवार की शाम से और बढ़ गई है। इसका कारण गंडक के जलस्तर में और तेजी से बढ़ोत्तरी होना है। गांवों में नदी का पानी तेजी से बढ़ने के कारण लोग घर बार छोड़कर पलायन को विवश हो गए। कई परिवार के लोगों ने गांव में ही पक्के मकानों की छत पर शरण ले रखा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि नदी का जलस्तर प्रतिघंटे चार से पांच सेंटीमीटर बढ़ रहा है। यदि पानी बढ़ने की रफ्तार यहीं रही तो स्थिति और बिगड़ सकती है। नदी के पानी से प्रभावित गांवों के लोगों ने बताया कि गांवों में अबतक बचाव व राहत कार्य प्रारंभ नहीं किया गया है। ऐसे में उनकी समस्या बढ़ती जा रही है।
नाव की कमी बनी समस्या : सदर प्रखंड के जगीरी टोला, खाप मकसूदपुर, मलाही टोला, मंझरियां, कठघरवां तथा खैरटिया आदि गांवों के लोगों ने बताया कि प्रशासनिक स्तर पर पानी से घिरे गांव के लोगों के जाने आने के लिए उपलब्ध कराए गए नाव कम पड़ गए हैं। कठघरवां पंचायत के मुखिया राजेश सहनी तथा जगीरी टोला पंचायत के मुखिया रंजय कुमार ने आरोप लगाया कि प्रशासनिक स्तर पर पीड़ित लोगों राहत उपलब्ध कराने का दावा अबतक सिर्फ कागज पर ही है।
तीन दर्जन गांवों की हालत बिगड़ी : लगातार बढ़ने नदी के पानी के कारण सदर प्रखंड के अलावा बैकुंठपुर तथा कुचायकोट प्रखंड के तीन दर्जन से अधिक गांवों के लोगों की हालत बिगड़ गई है। लोगों के घरों तक में पानी पहुंचने के लिए लोग पूरी तरह से बेहाल नजर आ रहे हैं। जिन गांवों की स्थिति अधिक खराब है उनमें सदर प्रखंड के जगीरी टोला के 14 टोला के अलावा कठघरवां, खैरटिया रामनगर, मंझरियां, मलाही टोला, मकसूदपुर, खाप मकसूदपुर तथा जगीरी टोला, बैकुंठपुर प्रखंड के गम्हारी पंचायत के तीन गांव व फैजुल्लाहपुर पंचायत के दो गांव, कुचायकोट प्रखंड के रूपछाप, काला मटिहनिया, खेम मटिहनिया, रूप सागर, विश्वंभरपुर, खरगौली तथा फुलवरिया गांव शामिल हैं।