फुलवरिया: कयूम मियाँ हत्याकांड- नगमा के खौफ से मायके में रहती है भौजाई

 यह तस्वीर नगमा के मायके यानी सवनही जगदीश गांव की है, जहां नगमा का बचपन बीता है. उसका इकलौता भाई मो जाकिर था. आज घर में ताला लगा है. जाकिर की हत्या के बाद नगमा के खौफ से जाकिर के तीन बच्चों 11 वर्षीय राजा हुसैन, आठ वर्षीय अल्ताफ राजा, छह वर्षीय रानी परवीन के साथ भौजाई तमन्ना खातून अपने मायके छतु बथुआ अपने पिता मुर्तुजा मियां के घर रह रही है.
पड़ोसियों ने बताया कि नगमा के पति कयूम के विदेश में रहने के बाद जब नगमा अक्सर अपने आशिक अमिरूल्लाह के साथ जहां- तहां आने-जाने लगी तो उसका भाई जाकिर उसे रोकने लगा. कई बार वह नगमा को डांटता था. इसके बाद नगमा ने अपने भाई को विदेश भेजने के लिए अपने गांव के एजेंट से कह कर बीजा मंगाया. जनवरी, 2016 में विदेश जाने के लिए दिल्ली की ट्रेन पकड़ा कर वह लौट गयी. रेलवे स्टेशन पर से जाकिर का अपहरण हो गया.
जाकिर का फोन नहीं लगने पर कई दिनों तक परेशान रही. बाद में गोपालपुर थाना जाकर पुलिस से सहयोग लिया. पुलिस ने दिल्ली पुलिस से संपर्क स्थापित किया तो पता चला कि रनलाइट थाने के खाजेकला के समीप झाड़ी से शव बरामद होने की बात सामने आयी. शव मिलने की खबर पर अपनी भाभी तमन्ना को लेकर नगमा दिल्ली गयी. जहां एजेंट के कहने पर वहीं शव को दफना दिया. जाकिर की हत्या में गांव के लोग नगमा की भूमिका संदिग्ध मान रहे हैं. भाई की हत्या के बाद से नगमा के भय से जाकिर की पत्नी तमन्ना बच्चों को लेकर घर छोड़ कर चली गयी. पिछले दो वर्षों से यहां ताला लटका हुआ है. 
भाई की हत्या के बाद अमिरूल्लाह से की थी कोर्ट मैरेज : भाई की दिल्ली में हत्या के बाद नगमा ने अपने आशिक अमिरूल्लाह के साथ कोर्ट मैरेज कर ली. कोर्ट मैरेज के बाद दोनों यूपी के परतावल में कई दिनों तक रहे. परतावल से अपनी बहन नगर थाना क्षेत्र के हजियापुर कैथवलिया की रहने वाली नजमा खातून को फोन कर परतावल में बंधक होने की बात कही. 
 बहन नजमा खातून ने अपने घर के लोगों को भेज कर उसे बुलाया. नजमा को भी नहीं पता था कि उसकी बहन इतना शातिर होगी.

शौहर की हत्या के बाद फरार है नगमा 
शौहर की हत्या के बाद से नगमा अपने आशिक के साथ फरार है. हत्या में शामिल उसकी सहेली अंसरू खातून ने पुलिस के समक्ष सनसनीखेज खुलासा किया था. अंसरू और अमिरूल्लाह का भाई गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. अंसरू ने पुलिस को दिये बयान में कहा था कि  विदेश से चार साल बाद 25 सितंबर को नगमा का शौहर कयूम घर आया था. धूमनगर स्थित अपने नवनिर्मित घर पर गत 18 अक्तूबर की रात में अपने आशिक और उसके साथियों के साथ प्लान बना कर कयूम की हत्या का प्लान बनाया.
अपने प्लान के अनुरूप रात में खाना खाने के बाद कयूम का गला दबाने के बाद उसे तेजाब पिलाकर जिंदा शौचालय की टंकी में डाल दिया गया. वारदात को अंजाम देकर अपनी ननद को फोन कर बात की और फरार हो गयी. 21 अक्तूबर को बहन के  कहने पर कयूम की तलाश शुरू हुई. शौचालय से शव को निकाला गया. 
नगमा की कुंडली खंगाल रही पुलिस
कयूम हत्याकांड में पुलिस टीम फरार नगमा और उसके आशिक की कुंडली खंगाल रही है. उसकी एक-एक गतिविधियों का पर्दा धीरे-धीरे उठ रहा है. जल्द ही नगमा का पूरा गैंग पुलिस की गिरफ्त में  होगा.
म इम्तेयाज अहमद, एसडीपीओ, हथुआ

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