थावे में भी मिलेगी थ्री स्टार ठहरने की सुविधा एवं साथ में सुस्वादु व्यंजन

ऐतिहासिक थावे दुर्गा मंदिर एवं घोषित पर्यटक स्थल थावे में भी अब बड़े शहरों के तर्ज पर आपको स्वादिष्ट व्यंजन एवं ठहरने की शानदार व्यवस्था मिल सकेगी.
यह नया कॉन्सेप्ट लाया है हथुआ राज परिवार ने. मंदिर परिसर में स्थित सैकड़ों वर्ष पुराने भवन को नया लुक देते हुए उसे शाही अंदाज में प्रस्तुत किया है. सिर्फ स्वादिष्ट व्यंजन ही नहीं धार्मिक स्थल थावे में जहां एक उत्तम मैरेज हॉल तक की व्यवस्था नहीं थी, वहां एक सुसज्जित थ्री स्टार होटल रेस्टोरेंट एवं मैरेज हॉल देकर हथुआ राज परिवार ने शाही सुविधा से इस स्थल को निखार दिया है.
बता दें कि अपने पुराने राजमहल को नया स्वरूप देखकर थ्री स्टार पल्लवी हेरिटेज होटल बना दिया है. इस संदर्भ में हथुआ राज के महाराज बहादुर मृगेंद्र प्रताप शाही ने बताया कि उक्त महल तथा थावे दुर्गा मंदिर हथुआ राज के पंचानवें राजा महाराजा युवराज शाही ने 1695 में बनवाया था. महाराजा युवराज शाही वर्ष 1695 से 1737 तक हथुआ राज की राजगद्दी पर काबिज रहे. यानी लगभग 422 वर्ष पुरानी इस आलीशान महल की वास्तुकला इतनी उम्दा थी कि आज भी इसकी दीवारें ज्यों की त्यों हैं.
इस महल का निर्माण हथुआ राज ने इस उद्देश्य से कराया था कि अपनी कुलदेवी थावे भवानी की पूजन के उपरांत इस महल में विश्राम कर सकें. 30 से 35 इंच की दीवाल तथा 22 फीट ऊंचाई की छत वाला यह महल उचित रखरखाव के अभाव में खंडहर में तब्दील हो गया था. दरअसल हथुआ राज महाराज मृगेन्द्र प्रताप शाही पल्लवी होटल ग्रुप के प्रबंध निदेशक भी हैं. बनारस में भी थ्री स्टार पल्लवी हेरिटेज है जो उत्तर प्रदेश का इकलौता हेरिटेज के रूप में जाना जाता है.
जानकारों की मानें तो थावे में बना 422 वर्ष पुराने महल में यह पल्लवी हेरिटेज बिहार का इकलौता हेरिटेज होगा. जहां विदेशी सैलानियों की सुविधा को ख्याल में रखते हुए इस हेरिटेज में राजसी ठाटबाट वाली सारी सुविधाओं से लैस रखा गया है. यही नहीं सैलानियों की सुरक्षा को देखते हुए इस हेरिटेज के चप्पे-चप्पे पर CCTV कैमरा तथा वाईफाई आदि अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है. इस होटल में बाहर के कुक एवं अन्य बेहतर स्टॉफ की सुविधा को ध्यान में रखते हुये लगाया गया है.

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